कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने राहुल गांधी की तर्ज पर केदारनाथ बचाओ यात्रा निकालने का ऐलान किया है. जिसे लेकर कांग्रेस नेता हरीश रावत ने भी अपना समर्थन दिया है. हरदा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर लिखा कि ‘मैं भी इस यात्रा में ऋषिकेश और अगस्त मुनि में भाग लूंगा।’
हरदा लिखते हैं ‘धाम और परम आदरणीय शंकराचार्यों के सम्मान को बचाने की लड़ाई अभी समाप्त नहीं हुई है। भाजपा में तो धाम बनाने की होड़ लगी हुई है, सतपाल महाराज और गणेश जोशी ने तो धाम बनाने का अपने पास कॉपीराइट समझ लिया था तो उनके कंपटीशन में पुष्कर सिंह धामी भी उतर आए। मगर जब तक अपने इस गहरे अपराध के लिए भाजपा माफी नहीं मांगेगी तब तक श्री केदारनाथ सम्मान बचाओ संघर्ष जारी रहना चाहिए’।
केदारनाथ और बद्रीनाथ से भाजपा की नाराजगी स्पष्ट है : हरदा
हरीश रावत ने आगे लिखा ‘हमको याद रखना है कि यह भारतीय जनता पार्टी थी जिसने ज्योतिष पीठ के परम पूज्यनीय शंकराचार्य स्वरूपानंद के अपमान के लिए कई शंकराचार्य बना दिये। केदारनाथ से भी और बद्रीनाथ से भी भाजपा की नाराजगी स्पष्ट है। क्योंकि इन धामों की जनता ने समय-समय पर भाजपा को फटकारा है।’
क्षमा याचना से कम कुछ भी स्वीकार्य नहीं है : हरदा
हरीश रावत आगे लिखते हैं कि ‘जिन्होंने अपने ऊपर शंकराचार्य बनाने का अधिकार अधिकृत कर लिया था, उस पार्टी ने धाम बनाने का भी अधिकार अपने पास मान लिया था. इसलिये दिल्ली में श्री केदार मंदिर को उन्होंने श्री केदारनाथ धाम घोषित कर दिया और उस पर सरकारी संतों से भी मोहर लगवा दी, क्षमा याचना से कम कुछ भी स्वीकार्य नहीं होना चाहिये।