लाल बहादुर शास्त्री राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय हल्दूचौड़ में उत्तराखंड विज्ञान, शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र यूसर्क के तत्वावधान में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य औषधीय पौधों के द्वारा ग्रामीण आर्थिक को बढ़ाना था। कार्यशाला का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर डॉ.अंजु अग्रवाल, मुख्य वक्ता उत्तराखंड वन अनुसंधान संस्थान के रेंज अधिकारी मदन सिंह बिष्ट एवं कार्यशाला के संयोजक डॉ. बिपिन चन्द्र जोशी द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यशाला में मुख्य वक्ता मदन सिंह बिष्ट ने विस्तार से औषधि एवं सुगंधित पुष्पों, पौधों के विषय में जानकारी के साथ कम समय एवं कम लागत में औषधीय फसलों की खेती कर किसान कम समय एवं कम लागत में औषधीय फसलों की खेती कर किसान परंपरागत खेती के मुकाबले कई गुना अधिक लाभ कमा सकते हैं और अनेकों आयुर्वेदिक कंपनियां किसानों से उनके खेतों से ही फसलों को ले जाने को तैयार हैं की जानकारी प्रदान की।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. अंजु अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं को औषधीय पौधों की खेती के विषय में अपने आसपास के किसानों और ग्रामीणों को जानकारी देने के लिए प्रेरित किया और इस क्षेत्र में अपने भविष्य में आजीविका और स्वरोजगार हेतु आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। कार्यशाला के संयोजक डॉ. बिपिन चन्द्र जोशी ने बताया कि औषधि पौधे सदाबहार, अश्वगंधा, कीलमोड़ा, तुलसी, शतावर, एलोवेरा, तेजपत्ता, कुटकी, कैमोमाइल आदि की खेती से ग्रामीण आर्थिकी को बढ़ाया जा सकता है की जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर समस्त विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. पूनम मियान के द्वारा किया गया।