देहरादून में 8 अगस्त को तीलू रौतेली के जन्मदिवस पर हॉकी स्टार वंदना कटारिया सहित 22 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. वहीं 22 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भी उत्कृष्ट कार्य करने के चलते आंगनबाड़ी पुरस्कार दिया था. ये अवॉर्ड सीएम पुष्कर सिंह धामी और महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने दिया था लेकिन अब इस अवॉर्ड को लेकर बड़ी खबर है।जानकारी अनुसार गीता मौर्य को 8 अगस्त 2020 को उत्कृष्ट स्वयं सहायता समूह शक्ति के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया था. इसके अलावा साल 2018 में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने भी उन्हें सम्मानित किया था.गीता मौर्य को ये सम्मान उनके द्वारा चलाए जा रहे स्वयं सहायता समूह के लिए दिया गया था. गीता मौर्य महिला स्वयं सहायता समूह ने महिलाओं को उत्थान और रोजगार के क्षेत्र में काफी अच्छा काम किया था. इसीलिए उन्हें सम्मानित किया गया था. वहीं मंगलवार को श्यामा देवी भी ने अपना तीलू रौतेली अवॉर्ड वापस कर दिया है.
श्यामा देवी को दो दिन पहले ही तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. श्यामा देवी भी महिला स्वयं सहायता समूह चलाती हैंबता दें कि दो महिलाओं ने अपना अवॉर्ड सरकार को लौटा दिया है। पहली महिला हैं विकासनगर की गीता मौर्य औऱ दूसरी हैं सहसपुर की श्यामा देवी जो की स्वयं सहायता समूह चलाने का काम कर रही हैं और बेहतर कार्य कर रही है। लेकिन अब दोनों ने सरकार द्वारा मिले अपने तीलू रौतेली अवॉर्ड सरकार को वापस कर दिया है. दोनों महिलाओं का कहना है कि एक तरफ सरकार महिलाओं के उत्थान की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ उनका रोजगार छीना जा रहा है. आपको बता दें कि टेक होम राशन योजना में सरकार ने दो बदलाव किए हैं. महिलाओं का कहना है कि एक तरफ सरकार उन्हें सम्मानित कर रही है. वहीं दूसरी तरफ उनका उनका रोजगार छीना जा रहा है.