देहरादून : पिथौरागढ़ जिले में अचंभित करने वाला एक मामला सामने आया है। वर्ष 2022 में मृत घोषित हो चुके दो हजार के इनामी आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पिछले 15 वर्षों से फरार चल रहा था। वर्ष 2009 में उस पर दो हजार का इनाम घोषित किया गया था। आरोपी के खिलाफ दो लाख 75 हजार रुपये के गबन के मामले में मुकदमा दर्ज है।
14 अप्रैल 2008 को गांधी चौक निवासी एक व्यक्ति ने कोतवाली पिथौरागढ़ में तहरीर दी थी कि दिनेश चंद्र पुनेठा निवासी पुनेड़ी महर कोतवाली पिथौरागढ़ ने उनके साथ दो लाख 75 हजार रुपये की धोखाधड़ी की है। तहरीर के आधार पर धारा-409 में मुकदमा दर्ज किया गया लेकिन आरोपी पकड़ में नहीं आ सका। इसके बाद 24 मार्च 2009 को पिथौरागढ़ पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए दो हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
21 अप्रैल 2009 को आरोपी को फरार घोषित किया गया था। पिथौरागढ़ पुलिस दिनेश की गिरफ्तारी के लिए संभावित स्थानों पर दबिश दे रही थी लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही थी। इस बीच 10 मार्च 2022 को न्यायालय के आदेश के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया था। उसका मृत्यु प्रमाणपत्र भी बन चुका था। पुलिस ने मंगलवार को आरोपी दिनेश को नगर से सटे चिमस्यानौला क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उसे न्यायालय में पेश करने की तैयारी कर रही है।
सीओ परवेज अली ने कहा कि अराजक तत्वों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। एसपी रेखा यादव का कहना है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है। धोखाधड़ी, ठगी और साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
भारत में पहली पत्नी और दो बच्चे, नेपाल में भी आरोपी का नौ साल का है बेटा
दो लाख 75 हजार रुपये की धोखाधड़ी में फरार चल रहा पुनेड़ी महर निवासी दिनेश चंद्र पुनेठा भारत में लंबे समय तक नहीं दिखने के कारण मृत घोषित हो गया था। भारत में मृत घोषित होने के बाद वह नेपाल में रह रहा था और वहां शादी भी कर ली थी। नेपाल में उसका नौ साल का एक बच्चा भी है। पिथौरागढ़ पुलिस ने उसे नेपाल भागने से पूर्व सक्रियता दिखाते हुए गिरफ्तार कर लिया।
लंबे समय से लापता होने के कारण परिजनों ने उसे मृत मान लिया और उसकी पत्नी ने विधवा पेंशन के लिए आवेदन किया। क्योंकि वह सात साल से अधिक समय तक भारत में नहीं दिखा था इसलिए न्यायालय से 10 मार्च 2022 को उसे मृत घोषित कर दिया गया था।
आरोपी के भारत में दो बड़े बच्चे हैं और उसने नेपाल भागने के बाद वहां भी शादी कर ली थी और वर्तमान में उसका नेपाल में नौ साल का बेटा है। इधर कुछ समय पूर्व आरोपी भारत में दिखा था जिसके बाद पुलिस सक्रिय हो गई थी लेकिन उस समय वह नेपाल भागने में कामयाब हो गया था। इस बार दिनेश फिर से भारत में रह रहे परिवार से मिलने के लिए आया था और इस बार वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
ठगी का आरोपी व्यक्ति सात साल से भारत में दिखा नहीं था। न्यायालय के आदेश के बाद उसे मृत घोषित किया गया था। आरोपी परिवार से मिलने के बाद नेपाल भागने की फिराक में था जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अब नए सिरे से आगे की कार्रवाई की जाएगी।