किच्छा। उधम सिंह नगर जनपद में खनन का खेल इन दिनों जोरों पर है आपको बता दें कि मानसून आने को है लेकिन खनन माफिया एसडीएम किच्छा कौस्तुभ मिश्रा के केदारनाथ ड्यूटी के दौरान उप जिलाधिकारी कार्यालय किच्छा से आवेदन कर तालाब से खनन निकालने की अनुमति के लिए जिलाधिकारी कार्यालय पर आवेदन किया था। हाल ही में किच्छा परगना क्षेत्र के लालपुर मे बनी हाईवे पर मजार से महज 100 मीटर अंदर कुछ लोगों के द्वारा एनएचआई की जरूरत के नाम पर खनन की अनुमति दी गई है जिसमें करीब 1000 घन मीटर की अनुमति जिलाधकारी कार्यालय से दी गई है। सूत्रों की माने तो कारोबारी दो लाख 40 हजार की रॉयल्टी की आड़ में करीब 40 लाख के उपखनिज निकालने का खेल खेलने की तैयारी में है। लेकिन यह खनन कहां जाएगा, कहां काम आएगा कौन से एनएच पर डाला जाएगा, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।
वह इस पूरे मामले में जब खबर पड़ताल की टीम ने संबंधित अधिकारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि फिलहाल खुदाई की परमिशन दी गई है, यह जानकारी ली जा रही है कि यह खनन कहां डाला जाएगा, वही जब उपजिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्रा से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि एनएचआई के लेटर पर परमिशन के लिए आवेदन किया गया था। जिसमें जिलाधिकारी कार्यालय से अनुमति दी गई है।
लेकिन हम आपको बता दें कि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। कि लालपुर से निकाले जा रहे खनन को कहां डाला जा रहा है कहां स्टॉक किया जा रहा है यह अब तक कोई भी स्पष्ट नहीं कर पाया है।
क्या उक्त परमिशन के दौरान किसी भी तरह की जांच पड़ताल नहीं की गई क्या तहसील स्तर के अधिकारियों के द्वारा यह पुष्टि तक नहीं की गई कि जहां की मांग कर यह खनिज की अनुमति ली जा रही है क्या वाकई वहां पर खनिज की आवश्यकता है।
सवाल ये उठता है कि 15 जून से मानसून घोषित कर दिया जाता है। बावजूद उसके एक के बाद एक धड़ल्ले से ऊधम सिंह नगर जिले मे इन दिनों एक के बाद एक लोकल स्तर पर परमिशन देकर खनन कारोबारियों को राहत देने का काम किया जा रहा है।