नगर पालिका के 18 में से 17 सदस्यों ने दिया सामुहिक इस्तीफा

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अधिशासी अधिकारी की कार्यप्रणाली से नाराज नगर पालिका नैनीताल के 18 में से 17 सभासदों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। सभी सभासदों ने कुमाऊं आयुक्त को इस्तीफे का पत्र भी भेज दिया है।

पिछले एक अरसे से नगर पालिका के सभासदों और अधिशासी अधिकारी के बीच गतिरोध की खबरें आ रही थीं। आयुक्त को संबोधित करते हुए नाराज सभासदों ने लिखा है कि वे नैनीताल की जनता के चुने हुए नुमाइंदे हैं और नगर पालिका प्रशासन उनके सुझावों व उनके द्वारा बताई गई समस्याओं पर ध्यान ही नहीं देती। इससे जनता की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं।

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उनका आरेाप है कि विकास कार्यों की जानकारी वार्ड सभासदों को नहीं होती। उनके वार्ड में विकास कार्यों के अेंडर आहूत कर दिए जाते हें लेकिन उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं होती। हालात यह है कि जब टेंडरों अखबार में पढ़ने के बाद वे नगर पालिका प्रशासन से जानकारी मांगते हें तो उन्हें उसका भी जवाब नहीं दिया जाता है।

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सभासदों ने आरोप लगाया कि जब से ईओ ने पालिका में कुर्सी संभाली है। तब से पालिका की हालत बिगड़ गई है। पालिका में न तो उनकी सुनी जाती है न ही उनके प्रार्थना पत्र पर कभी कोई संज्ञान लिया जाता है। इसलिए तत्काल प्रभाव से जनहित में इस्तीफा दे रहे हैं। नगर पालिका के नामित सभासद मनोज जोशी कहते हैं कि जब से ईओ अशोक कुमार वर्मा ने पालिका में अपना पद संभाला है। तब से सभासदों के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है। सभासदों के कार्यालय में पहुंचते ही ईओ कार्यालय से बाहर चले जाते हैं।

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