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हल्द्वानी। हल्द्वानी के हल्दूचौड़ में स्टोन क्रशर द्वारा बिना रॉयल्टी के उपखनिज बेचने का मामला प्रकाश में आया है। इसकी शिकायत खनन निदेशक राजपाल लेघा तक पहुंची तो खनन महकमे के अधिकारी हरकत में आ गये। उन्होंने कार्रवाई करते हुए स्टोन क्रशर के ई-रवन्ना पोर्टल को अग्रिम आदेश तक निलंबित कर दिया है।खनन निदेशक राजपाल लेघा के निर्देश पर जिला खान अधिकारी ताजभर नेगी के नेतृत्व में टीम कृष्णा स्टोन क्रशर में पहुंची। खान महकमे की टीम को स्टोन क्रशर में काफी अनियमितताएं मिली।
निरीक्षण के दौरान स्टोन क्रशर के सीसीटीवी बंद पाए गए। इस पर खान अधिकारी ने स्टोन क्रशर के ई-रवन्ना पोर्टल को अग्रिम आदेश तक निलंबित कर दिया है। कार्रवाई के दौरान माइनिंग सेक्टर के अनिल मुयाल, फील्ड परिचर महेन्द्र प्रताप आदि मौजूद रहे। मामला यह है कि हल्दूचौड़ के दुमकाबंगर उमापति गांव में अपने निर्माणाधीन मकान की छत डालने के लिए एक किसान स्थानीय स्टोन क्रशर में उपखनिज खरीदने गया तो क्रशर संचालक ने उसे निर्धारित दर में छूट देते हुए बिना रॉयल्टी के उपखनिज दे दिया। जैसे ही किसान अपनी ट्रैक्टर ट्राली लेकर स्टोन क्रशर से बाहर निकला तो दुमकाबंगर गांव में अवैध खनन पर अंकुश लगाने को गठित निजी एजेंसी की टास्क फोर्स ने ट्रैक्टर ट्राली को रोक लिया। इस पर ग्रामीणों की एजेंसी के कर्मचारियों से काफी बहस हुई। किसान का कहना था कि वह जुर्म भरने को तैयार है। किंतु, जिस स्टोन क्रशर ने उसे उपखनिज बेचा है, उस पर भी कार्रवाई की जाए। स्टोन क्रशर पर कार्रवाई की बात पर निजी एजेंसी के कर्मी बगलें झांकने लगे और एजेंसी के अधिकारियों अथवा खान विभाग के अधिकारियों से बात करने का मशविरा देने लगे। काफी बहस के बाद आखिरकार निजी एजेंसी कर्मी ट्रैक्टर ट्राली को राजमार्ग स्थित अपने चेक पोस्ट पर ले आए और चालानी कार्यवाही की बात करने लगे। इस बीच, इस मामले में जिला खान अधिकारी तेजभर नेगी का पक्ष लेने का प्रयास किया गया। लेकिन, उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। खनन निदेशक राजपाल लेघा से शिकायत की गई तो उन्होंने स्टोन क्रशर पर कार्रवाई करने और इस संबंध में स्टोन क्रशर अधीनस्थों को तत्काल संबंधित पर छापेमारी के लिये निर्देशित कही है। निदेशक के निर्देश पर विभाग की टीम ने स्टोन क्रशर करने की बात दोपहर बाद का निरीक्षण कर अनियमितताएं पकड़ी।