दून में एलिवेटेड रोड के लिए शुरू हुई कार्रवाई, 2600 से ज्यादा मकानों पर छाया संकट

Ad
खबर शेयर करें -
भानियावाला-ऋषिकेश रोड

शहरी परियोजनाओं में शामिल 26 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड के निर्माण की तैयारी अब जमीन पर उतर चुकी है. प्रशासन ने भूमि अधिग्रहण की औपचारिक प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसके तहत रिस्पना और बिंदाल नदी किनारे की बस्तियों में मकानों पर लाल निशान लगाए जाने का काम शुरू हो गया है.

यह भी पढ़ें -  मुख्य सचिव ने जिलों से NCORD बैठकों की रिपोर्ट की तलब, जिलाधिकारियों को दी चेतावनी

2600 से ज्यादा मकानों पर छाया संकट

बता दें इस परियोजना की जद में करीब 2619 मकान आ रहे हैं, जिनमें से 1499 मकान बिंदाल नदी के किनारे और 1120 मकान रिस्पना नदी के पास स्थित हैं. इनमें अधिकांश कच्चे-पक्के मकान हैं, जहां पिछले कई सालों से गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार रह रहे हैं.

एलिवेटेड रोड बनने से ट्रैफिक समस्या से मिलेगी राहत

उत्तराखंड सरकार का दावा है कि यह एलिवेटेड रोड देहरादून की ट्रैफिक समस्या को काफी हद तक कम कर देगी और शहर को एक नया रूप देगी. लेकिन जिन लोगों के आशियाने इसकी जद में आ रहे हैं, उनके लिए यह परियोजना एक संकट बनकर सामने आई है

Advertisement

लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -

👉 हमारे व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें

👉 फ़ेसबुक पेज लाइक/फॉलो करें

👉 विज्ञापन के लिए संपर्क करें -

👉 +91 94109 39999