रुद्रपुर: प्रत्याशियों के नाम की घोषणा के बाद जगह-जगह विरोध के सुर उठने लगे हैं. किच्छा विधानसभा से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को 2017 में चुनाव हराने वाले बीजेपी प्रत्याशी राजेश शुक्ला की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. टिकट ना मिलने से नाराज भाजपा नेता अजय तिवारी ने बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है.
बता दें, साल 2017 में किच्छा सीट पर पूर्व सीएम हरीश रावत को धूल चटा कर जीत दर्ज करने वाले बीजेपी प्रत्याशी राजेश शुक्ला राह आसान नजर नहीं लग रही है. पिछले 10 सालों से किच्छा विधानसभा से तैयारी कर रहे बीजेपी नेता अजय तिवारी ने टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय ही मैदान में उतरने का मन बना लिया है.
यही नहीं, अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष गफ्फार खान ने फेसबुक पर राजेश की खिलाफत की है. उन्होंने राजेश शुक्ला पर मुसलमानों पर गलत टिप्पणी का आरोप लगाते हुए चुनाव में समर्थन देने से इनकार किया है. वहीं जिला बदर किये गए एक दावेदार श्रीकांत राठौर के समर्थक राजेश से खफा हैं. अब टिकट नहीं मिलने से नाराज युवा दावेदार अजय तिवारी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.
बात दें युवाओं के बीच अजय का बड़ा प्रभाव माना जाता है और वे 10 सालों से किच्छा में बेहद सक्रिय है. अजय का कहना है कि पार्टी हाईकमान ने सर्वे और रायशुमारी को भी दरकिनार किया है. जल्द किच्छा से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पार्टी छोड़ेंगे.
किच्छा सीट पर कांग्रेस ने कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष तिलकराज बेहड़ और आम आदमी पार्टी ने कुलवंत सिंह को टिकट दिया है. बीजेपी प्रत्याशी और सिटिंग विधायक राजेश शुक्ला के पास हैट्रिक का मौका है. लेकिन अपनों का विरोध राजेश के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है. हालांकि राजेश नाराज लोगों को मना लेने का दावा कर रहे हैं.