अल्मोड़ा जेल के अंदर से फिरौती के खेल का खुलासा हुआ है। यहां से एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए 3 मोबाइल फोन, 4 सिम और सवा लाख रूपये से ज्यादा की नकदी बरामद की है।पुलिस ने जेल के एक बंदीरक्षक को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। कुछ अन्य बंदी रक्षक भी पुलिस की रडार पर हैं। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने इस मामले में मीडिया से कुछ जानकारियां शेयर की हैं। उनका कहना है कि अपराधियों का एक संगठित गिरोह अल्मोड़ा जेल से इस संबंध में आज सांय उत्तराखंड टास्क फोर्स और अल्मोड़ा पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में अल्मोड़ा से रंगदारी के नए धंधे कीह शुरूआत करने जा रहे थे।
समय रहते पुलिस को इसकी भनक लग गई। इसी आधार पर जेल में सर्च आपरेशन चलाया गया और कई राजों से पर्दा उठ गया। उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा शुरू की गई इस प्रक्रिया में अब तक की कार्यवाही में 03 मोबाइल फ़ोन,04 सिम,1 लाख 29 हज़ार कैश, चरस आदि बरामद किए गए हैं। जेल के एक कर्मचारी को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। इस मामले में अन्य कर्मचारियों की संलिप्तता की जांच की जा रही है।इस संबंधी देते हुए उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि गैंग के लिए बिहार से आये 2 शूटर भी हरिद्वार बुलाए गए थे। जिन्हें पुलिस ने हथियारों के साथ दबोच लिया था। कार्रवाई के दौरान ही एक अन्य गैंग का सदस्य भी बहादराबाद के पास हथियार के साथ स्पेशल टास्क फोर्स टीम ने पकड़ा था। उनसे पूछताछ में उन्होंने अल्मोड़ा में रंगदारी के एक गिरोह संचालित होने की जानकारी दी थी।
इस मामले में रैकी कर के सूचना उपलब्ध कराने और बदमाशों को शरण आदि दिलाने की जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार किए गए एक अपराधी को मंगलौर से गिरफ्तार किया गया है।
यह गैंग उत्तराखंड में जेल के अंदर से रंगदारी के नए गिरोह को खड़ा करने की तैयारी कर चुका था। उन्होंने बताया कि आरेपियों से और पूछताछ जारी है।