महिला को एक लाख रुपए के अखबार से बनी नोटों की गड्डी थमाई
हल्द्वानी। महिला आशा कार्यकर्ती को बेस अस्पताल गेट के बाहर दो ठगों ने अपने बातों में उलझाकर उसके गले से सोने का मंगल सूत्र व कान के झुमके उतरवाकर अपने पास रख लिए। उसके बदले में महिला को एक लाख रुपए के नोटों की गड्डी दी और वहां से चले गए। महिला ने जब नोटों की गड्डी को खोलकर देखा तो उसके ऊपर एक नोट 100 रुपए का था, बांकी अखबार के टुकड़े जो नोटों की तरह काटकर रखे गए थे। घटना शुक्रवार दोपहर की है। हरिपुर शिवदत्त गोरापड़ाव निवासी मोहिनी देवी जो की कि आशा कार्यकर्ती हैं, उसका कहना है कि वह बेस अस्पताल के बाहर एक एप्लीकेशन लिख रही थी, इसी दौरान दो अज्ञात युवक उसके पास आए जिसमें से एक कहने लगा आंटी मेरे पास एक लाख रुपए की गड्डी है, मेरे पीछे कुछ लोग रुपए लूटने के लिए लगे हुए हैं और हमने कुछ खाया नहीं हमें भूख लगी है, आप अपने पास से हमें 500 रुपए दे दो, जिससे हम खाना खाकर अभी आपके पास ही आएंगे।
महिला का कहना है कि उक्त युवक ने थोड़ा सा रुमाल खोलकर दिखाया तो ऊपर से एक नोट एक सौ रुपए का दिख रहा था, जो उसने एक लाख रुपए बताए। महिला का कहना है कि युवक कहने लगा तुम अपने कान और गले के जेवरात उतारकर इसी रुमाल के अंदर रख दो, मैं अभी आऊंगा और दोनों आपस में पचास-पचास हजार रुपए बांट लेंगे। महिला का कहना है वह उसके झांसे में आ गई और उसने उन्हें पांच सौ रुपए दिए और अपने जेवर भी उतार दिए, युवक ने महिला के हाथ से जेवर अपने हाथ में ले लिया और जो नोटों की गड्डी रुमाल के अंदर उसे दिखाई थी, उसी में डाल दिए। महिला का कहना है उक्त युवक का दूसरा साथी कहने लगा कि अगर आंटी कहीं चली गई तो क्या होगा, उसका साथी बोला आंटी ऐसा नहीं करेगी। हम पांच मिनट पर खाना खाकर आ रहे हैं और दोनों युवक वहां से चले गए। जब काफी देर तक वह वापस नहीं आए तो महिला ने रुमाल पूरी तरह खोलकर देखा तो उसके अंदर सोने के जेवरात की जगह पत्थर के टुकड़े व नोटों की गड्डी की जगह एक नोट 100 रुपए का बांकी अखबार के टुकड़े थे, जिसे देख महिला परेशान हो गई और वह समझ गई कि मुझे इन दोनों युवकों ने ठगा है और वह तुरंत थाने पहुंची और पुलिस को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी