लालकुआं क्षेत्र के राष्ट्रीय सहारा के पत्रकार बसंत पांडे ने पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ एसएसपी को पत्र भेजकर उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की है पुलिस उत्पीड़न के शिकार पत्रकार बसंत पांडे ने अपनी आपबीती में कहा है कि सितंबर 2019 में वह हल्द्वानी अस्पताल से रात्रि 12:00 बजे अपने घर की ओर वापस आ रहा था कि मोती नगर के समीप चेकिंग के दौरान पुलिस ने उसे अपने कागजात दिखाने को कहा पत्रकार पांडे का कहना है कि उसका स्वास्थ्य खराब था उसने उसने कहा कि मैं यहीं पर दिखाता हूं इतने में मंडी चौकी के दरोगा मुनव्वर हुसैन ने उनके साथ अभद्रता की तथा उन पर आरोप लगाया कि उसने शराब पी रखी है ।
इस पर मेरे द्वाराकहा गया कि यदि मैंने शराब पी है तो मेरा मेडिकल कराया जाए अथवा कोई अन्य जांच की जाए लेकिन दरोगा मुनव्वर हुसैन ने उनकी दलीलों पर ध्यान नहीं दिया और ₹10000 का चालान काट दिया तथा प्रपत्र पर जबरदस्ती हस्ताक्षर करवा लिए वसंत पांडे द्वारा इसकी शिकायत जब लालकुआं कोतवाली में की गई तो उन्होंने बताया कि मामले को निपटा लिया जाएगा बसंत पांडे अगले दिन पत्रकार साथियों को लेकर कोतवाली में गए जहां चालन कॉपी को वापस कर लिया गया तथा हल्द्वानी पुलिस ने भी दरोगा मुनव्वर हुसैन को मिलाकर मामला रफा-दफा कर दिया बसंत पांडे का कहना है कि दरोगा द्वारा गलतफहमीवस गलती होने की बात की गई जिसको लेकर वे तथा उनके पत्रकार साथी वापस आ गए लेकिन अब उन्हें कोर्ट से समन प्राप्त हुआ है जिसमें पुलिस एक्ट के तहत उन्हें आरोपित किया गया है वसंत पांडे ने कहा कि मुनव्वर हुसैन द्वारा जानबूझकर उनका उत्पीड़न किया गया है