देहरादून में स्मार्ट सिटी परियोजना शहर के लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है। जो परियोजना जनता की सहूलियत के लिए बनी थी वही योजना लोगों के लिए मुसीबत बन गई। आम लोग इसे लेकर आवाज उठाते रहे। वहीं देर से ही सही लेकिन अब शहर के मेयर को भी लगने लगा है कि ये योजना शहर के लोगों के लिए सिरदर्द बन गई है। मेयर ने इस पूरी परियोजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है औऱ सीएम से जांच की मांग की है।
देहरादन के मेयर सुनील उनियाल गामा ने स्मार्ट सिटी को लेकर सीएम के साथ हुई बैठक में गिले शिकवे को कहे ही साथ ही साथ एक चिट्ठी भी लिखी है। इस चिट्ठी में मेयर गामा ने शहर में चल रही स्मार्ट सिटी परियोजना पर कई गंभीर सवाल उठाए हैं।
सिरदर्द बनी योजना
मेयर ने सीएम को लिखी अपनी चिट्ठी में कहा है कि दून की जनता को स्मार्ट सिटी परियोजना को लेकर खासा उत्साह और आस थी लेकिन गैर जिम्मेदार ठेकेदारों ने इस उम्मीद को अंधकर में ढकेल दिया और इसके साथ ही जनभावनाओं के साथ खिलवाड़ भी किया।
मेयर लिखते हैं कि स्मार्ट सिटी परियोजना देहरादून के लोगों के लिए सिरदर्द बन गई है। स्मार्ट सिटी के नाम पर सड़कों में गड्ढे खोदे जा रहें हैं, या फिर बेतरतीब पाइप और सीवर लाइने बिछाईं जा रहीं हैं। मेयर ने आरोप लगाया है कि सभी जगह स्मार्ट सिटी के ठेकेदार अव्यवहारिक काम कर रहें हैं।
मेयर ने बताया है कि राजपुर रोड, पलटन मार्केट, परेड ग्राउंड का काम अब भी जस का तस बना हुआ है। जो काम हुए हैं वो खामियों से भरे हैं लोगों की नाराजगी बढ़ा रहें हैं। मेयर ने सीएम धामी से मांग की है कि इस पूरी परियोजना में हुए कामों और खर्च की जांच कराई जाए और भ्रष्टाचार का खुलासा किया जाए।