देहरादून के पटेलनगर थानान्तर्ग बड़ोवाला इलाके में हुए तिहरे हत्याकांड का दून पुलिस खुलासा कर दिया है। एसएसपी देहरादून ने स्वयं कमान सभांलते हुए देहरादून ब्लांइड मर्डर केस की गुत्थी को सुलझाया। एसएसपी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि महिला के प्रेमी ने ही घटना को अंजाम दिया था।
आरोपी की पहचान हसीन (36) पुत्र नसीम निवासी बिजनौर के रूप में हुई है। एसएसपी अजय सिंह ने हत्या का खुलासा करते हुए बताया हसीन बड़ोवाला में टिम्बर ली फर्नीचर फैक्ट्री में काम करता है और वह तलाकशुदा है। मृतका रेश्मा से पिछले दो सालों से उसका प्रेमप्रसंग चल रहा था।
शादी करने का दबाव बनाती थी महिला
हसीन ने पूछताछ में बताया कि रेशमा लगातार उस पर शादी करने और साथ रहने का दबाव बना रही थी। रेशमा समय-समय पर आरोपी पर खर्चों के लिये पैसों की मांग करती रहती थी। जिससे परेशान होकर आरोपी ने रेशमा से पीछा छुड़ाने का प्रयास किया। लेकिन वह लगातार उसे फोन और मैसेज के माध्यम से अपने साथ रखने की जिद्द कर रही थी।
बच्चों को लेकर देहरादून पहुंच गई महिला
हसीन ने रेशमा को दून में कमरा ढूंढने और उसके बाद बुलाने की बात कहकर टाल दिया। आरोपी ने बताया कि 23 जून की शाम रेशमा अपनी बेटी आयत (15) और आयशा (8 माह) के साथ देहरादून आईएसबीटी आ गई। देहरादून आईएसबीटी पहुंचकर रेशमा ने हसीन को फोन कर अपने देहरादून आने की जानकारी दी। जिस पर आरोपी ने रेशमा से पीछा छुड़ाने के लिये उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
फैक्ट्री में उतारा मौत के घाट
आरोपी ने बताया कि वो महिला और उसके बच्चों को लेने अपनी बाइक से आईएसबीटी पहुंचा और रेशमा व उसके दोनो बच्चो को लेकर सीधे टीम्बर ली फैक्ट्री ले गया। फैक्ट्री में ही रात को मां और दोनों बेटियां सो गई। जिसके बाद आरोपी ने पहले रेश्मा का गला दबाकर उसकी हत्या की। उसके बाद दोनो बच्चीयो की मुंह और नाक दबाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया।
कूड़े के ढेर के नीचे दबाए मृतकों के शव
आरोपी ने बताया की उसने तीनों को मौत के घाट उतारने के बाद तीनों के शवों को फैक्ट्री के पीछे कूड़े के ढेर के नीचे छुपा दिया। शवों को ठिकाने लगाने के बाद आरोपी ने मृतका का बैग भी कूड़े के ढेर से कुछ दूरी पर फेंक दिया और मृतका का मोबाइल और उसके घर की चाबी अपने पास रख ली।
देहरादून ब्लांइड मर्डर केस का ये है मामला
मंगलवार देर शाम बड़ोवाला क्षेत्र में पेट्रोल पम्प से आगे सूखे नाले से बदबू आने की सूचना पुलिस को मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो नाले में कूड़े के ढेर से पुलिस ने सदी गली अवस्था में दो शव बरामद किए थे। अगले दिन सुबह भी पुलिस ने क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया तो घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर पुलिस ने एक और महिला का शव बरामद किया।
आरोपी तक ऐसे पहुंची पुलिस
घटना की सवेंदनशीलता को देखते हुए एसएसपी ने अलग-अलग टीमों का गठन कर मामले का खुलासा करने के निर्देश दिए। गठित टीमों ने आस पास के जनपद मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर पर विगत कुछ दिनों में किसी महिला व उसके बच्चियों की गुमशुदगी के सम्बन्ध में जानकारी ली। लेकिन देहरादून, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के किसी थाने में ऐसे किसी गुमशुदगी का दर्ज होना नहीं पाया गया।
हालांकि बिजनौर में एक दो थाना क्षेत्रों में महिला व उसकी बच्चियों की गुमशुदगी दर्ज होने की जानकारी पुलिस को मिली। जिस पर तत्काल पुलिस की एक टीम को बिजनौर रवाना कर उक्त गुमशुदगियों के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की गई। घटनास्थल के आसपास सर्च अभियान के दौरान कुछ दूरी पर पुलिस को एक ब्लू डार्ट कम्पनी का नीले रंग का बैग मिला, जिसमें महिला और बच्चों के कपडे़ मिले।
पुलिसिया पूछताछ में उगल दिया सच
पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो घटनास्थल के पास मौजूद टिम्बर लाइन फैक्ट्री के पास एक रोडवेज बस का टिकट नेहटौर से देहरादून का बरामद हुआ जो एक बालिग और एक नाबालिग का था। फैक्ट्री के अन्दर चैक करने पर पुलिस को ब्लू डार्ट कम्पनी के वैसे ही नीले रंग के थैले बरामद हुए। शक गहराने पर पुलिस ने फैक्ट्री में कार्यरत कर्मियों से पूछताछ की।
फैक्ट्री में कर्मियों में से पुलिस को मौके पर नेहटौर का ही रहने वाला एक फैक्ट्री कर्मी हसीन मिला। शक होने पर हसीन को पूछताछ के लिए चौकी ले आई। चौकी में सख्ती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अवैध सम्बंधो के चलते महिला और उसके बच्चों की हत्या करना स्वीकार किया गया