भाजपा ने बीते रोज 59 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित किए थे। लेकिन अभी भी 11 सीटें ऐसी हैं, जिन पर भाजपा ने किसी प्रत्याशी को चुनावी मैदान पर नहीं उतारा है। बताया जा रहा है कि इनमें से 10 की गुत्थी सुलझा ली गई है, केवल एक सीट पर अभी भी संशय बरकरार है। हालांकि पार्टी नेतृत्व की मानें तो इन सीटों पर रणनीतिक कारणों से प्रत्याशियों की घोषणा को रोका गया है।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले भाजपा ने 59 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की थी। जिसके बाद हर किसी के मन में यह सवाल चल रहा था कि आखिर 11 सीटों पर अभी किसी को क्यों नहीं उतारा गया है। बता दें कि इन 11 सीटों को लेकर प्रांत से लेकर केंद्रीय नेतृत्व के बीच लगातार विचार-विमर्श चल रहा है। कहीं पर जिताऊ उम्मीदवार की तलाश जारी है तो कहीं पर सशक्त चेहरा, जातीय व सामाजिक समीकरणों को बैठा कर देखा जा रहा है।
हो ना हो, लेकिन पार्टी के नेतृत्व की नजर कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची पर भी टिकी हुई है। बता दें कांग्रेस ने भी अभी तक 64 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। हल्द्वानी विधानसभा सीट पर भी भाजपा ने अभी तक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। जबकि कांग्रेस ने यहां से सुमित हृदयेश को जिम्मेदारी दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पार्टी 26 जनवरी को प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी कर सकती है।
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के नामांकन को 3 दिन का समय ही बाकी रह गया है। ऐसे में पार्टी चाहेगी कि जल्द से जल्द अंतिम सूची जारी की जाए। रिपोर्ट्स के मुताबिक केवल एक डोईवाला सीट पर पेंच फंसा हुआ है। केंद्रीय नेतृत्व और प्रांतीय नेतृत्व लगातार इस बात के संकेत दे रहा है कि प्रत्याशियों की घोषणा को जानबूझकर रोका गया है। सीएम धामी ने भी यही कहा कि सीटों के रोकने के पीछे कारण हैं। यह सूची एक-दो दिन में आ जाएगी।