विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के साथी पार्टी के अनुशासित सिपाहियों के लिए टिकट सब कुछ हो गया है। यदि टिकट नहीं तो पार्टी के प्रति वफादारी भी नहीं। हरक सिंह रावत पहले ही भारतीय जनता पार्टी से निकाले जा चुके हैं और अब कांग्रेस में शामिल है तो वही किशोर उपाध्याय को कांग्रेस ने निष्कासित किया तो वे आज भाजपा का हिस्सा बन गए। यही नहीं पार्टी ज्वाइन करने के साथ ही उन्हें टिहरी में चुनाव लड़ने का भी मौका दिया जा रहा है।
इधर भाजपा द्वारा टीवी से किशोर उपाध्याय को चुनाव लड़ाने की संभावनाओं के साथ ही भाजपा के वर्तमान विधायक धन सिंह नेगी बेचैन दिखने लगे हैं। माना जा रहा है कि किशोर उपाध्याय के आने के बाद उनका टिकट इस बार कट सकता है। इन्हीं संभावनाओं को देखते हुए हरीश रावत से उनकी मुलाकात अगली रणनीति की ओर इशारा कर रही है और वे कांग्रेस की सदस्यता ले रहे हैं। यूं ही कॉन्ग्रेस टिहरी सीट के लिए मजबूत उम्मीदवार तलाश रही है। इन परिस्थितियों में यदि भाजपा विधायक धन सिंह नेगी कांग्रेस में शामिल होते हैं तो किशोर उपाध्याय को कड़ी चुनौती पेश की जा सकती है।
बेहद दिलचस्प होगा कि भाजपा का वर्तमान विधायक कांग्रेस के टिकट पर लड़ेगा और कांग्रेस का पुराना नेता भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर टिहरी विधानसभा सीट का चुनाव लड़ने को तैयार है।