भाजपा प्रदेश कार्यालय में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल की प्रेस वार्ता की। जिसमें उन्होंने कहा कि वनों के साथ खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि डेढ़ साल से ज्यादा समय में उनके विभागों में कई बड़े फैसले लिए गए।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने की प्रेस वार्ता
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता की। जिसमें उन्होंने कहा कि डेढ़ साल से ज्यादा समय में उनके विभागों में कई बड़े फैसले लिए गए हैं। बता दें कि महीने में एक बार धामी सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता करेंगे। इसके तहत सतपाल महाराज पहले ही प्रेस वार्ता कर चुके हैं।
वनाग्नि को रोकने के लिए बनाई जा रही वन प्रबंधन समिति
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि 72 प्रतिशत भू भाग उत्तराखंड में वन क्षेत्र है। इसलिए वनाग्नि के घटनाओं को रोकने को लेकर ग्राम प्रधानों की अध्यक्षता में वन प्रबंधन समिति बनाने का निर्णय लिया गया है। जिन स्थानों पर पर कमेटी बन गई वहाँ पर 40 हजार रुपये कमेटी को दिए गए हैं।
प्रदेश में 21 प्रजातियों के पेड़ काटने पर प्रतिबंध
वन मंत्री ने कहा कि प्रदेशभर की वन पंचायतों में फलदार पेड़ लगाए जाने की योजना पर काम चल रहा है। ताकि ग्रामीणों की आजीविका से भी इसे जोड़ा जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में 21 प्रजातियों के पेड़ काटने पर प्रतिबंध रहेगा। जबकि बाकी प्रजातियों के पेड़ काटने को मंजूरी दी जाएगी। अगर किसी के खेत में चीड़ का पेड़ है तो सिर्फ वो ही उसे काट सकता है।
हटाया जाएगा पेड़ काटने पर जेल जाने का प्रावधान
पेड़ काटने पर जेल जाने के प्रावधान को हटाया जाएगा। हालांकि बगीचों में पेड़ काटने पर जेल का प्रावधान रहेगा इसके साथ ही भालू के द्वारा मकान के नुकसान पर हाथी के नुकसान के बराबर मुआवजा मिलेगा। उन्होंने कहा कि पहली बार pccf रैंक के अधिकारी को सस्पेंड किया गया।
वनों के साथ खिलवाड़ करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि वनों के साथ जो कोई भी खिलवाड़ करेगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में तकनीकी शिक्षा में भी कई फैसले लिए गए हैं। वन्य जीव के हमले में इंसान की मृत्य पर परिजनों को छह लाख का मुआवजा दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पॉलिटेक्निक में सुधार के काम हुए हैं। पॉलिटेक्निक के 3558 बच्चों को प्लेसमेंट दिया गया है।बच्चों को शिक्षा देने के साथ तकनीकी शिक्षा में रोजगार भी दिया जा रहा है। इसके साथ ही भाषा विभाग में भी काम किया जा रहा है। गढ़वाली और कुमाऊंनी को आठवीं अनूसूची में शामिल किए जाने का प्रयास किया जा रहा है।