मुनस्यारी पहुंचे गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या, कही ये बात

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मुनस्यारी। अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या इन दिनों कुमाऊं क्षेत्र में हैं। वह मुनस्यारी में हैं। यहां पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने यहां पर ध्यान लगाया। लोगों से भी बात की। देश दुनिया की खुशहाली की भी उन्होंने कामना की।

उन्होंने कहा कि देवात्मा हिमालय की गोद में बसा मुनस्यारी में गायत्री साधना के लिए एक विशेष साधना स्थल बनाया है। यह स्थान भूगोल जोहार घाटी के मुख पर बसा है और समुद्र तल से २२०० मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस स्थान से स्वर्णिम वेला में प्रसिद्ध पंचाचूली हिमालय का दर्शन होता है। पल-पल बदलते पंचाचूली पर्वत का दृश्य साधक अनुभव करता है। इस स्थान पर जीवन को उत्कृष्ट बनाने एवं मन की शान्ति के लिए गायत्री महामंत्र का जप करना विशेष पुण्यदायक है।

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इसके अतिरिक्त गायत्री मंत्र का जप करने से शरीर में स्थित सभी चक्र एक्टिव हो जाते हैं। उन्होंने इस वर्ष होने वाले साधना शिविरों की तैयारियों के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने गायत्री शक्तिपीठ मुनस्यारी में प्रतिष्ठित माता गायत्री की मंदिर में सर्वे भवन्तु सुखिनः के भाव से मंगल आरती की। हिमालय की पवित्रता को बचाये रखने हेतु विशेष प्रार्थना की। साथ ही प्रसिद्ध पंचाचूली पर्वत के सामने ध्यान कर लोगों को हिमालय की दिव्य प्रागंण से साधनात्मक विचार रखने वाले साधकों को आमंत्रित किया।

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इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देवात्मा हिमालय में आज भी दिव्य शक्तियाँ विराजमान हैं। हमें अपनी साधनात्मक ऊर्जा को साधना के माध्यम से जागृत की आवश्यकता है। जिससे उन दिव्य शक्तियों का मार्गदर्शन प्राप्त हो सके।

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