वुहान से शुरू हुए वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण एकबार फिर से दुनियाभर के देशों में दहशत में फैलाने लगी है। ठंड बढ़ने के साथ ही चीन में वैश्विक महामारी कोरोना एकबार फिर विस्फोटक स्थिति में पहुंच गई है। तकरीबन दो साल पहले 2020 में ठंड की शुरुआत के साथ वुहान में जिस तरह से कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई थी, ठीक उसी तरह इस साल 2022 दिसंबर के पहले हफ्ते से ही चीन में कोरोना से हालात बिगड़ने लगे थे।
आलम यह है कि चीन में कोरोना एक बार फिर से बेकाबू है। कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के ही एक स्वरूप बीएफ.7 ने बीजिंग से लेकर शंघाई तक कहर मचा रखा है। देश में कोरोना मरीजों से अस्पताल भरते जा रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों की लंबी लाइनें लगी है। जानकारी के मुताबिक इस समय चीन में अस्पतालों में कोरोना मरीजों की संख्या में 95 फीसदी तक इजाफा हुआ है। कोविड मरीजों के लिए बेड और हेल्थ वर्कर कम पड़ गए हैं।
जानकारों का कहना है कि चीन में कोरोना से असल में कितने संक्रमित और कितनी मौतें हो रही हैं, यह पता लगा पाना काफी मुश्किल है, लेकिन अगर सरकारी आंकड़ों पर ही गौर किया जाए तो देश में हालात काफी गंभीर हैं। आश्चर्य की बात तो ये है कि सोमवार तक चीन ने कोरोना के केस बढ़ने के साथ मौतों में इजाफे की बात भी कही जा रही थी। वहीं पिछले दो दिनों से पूरे देश में एक भी मौत न होने का रिकॉर्ड दिखाया गया है। दूसरी तरफ मीडिया रिपोर्ट्स में चीन शवदाह गृहों के बाहर भारी भीड़ होने की बातें कही जा रही है। ऐसे में हालात की गंभीरता को समझी जा सकती है।
बुधवार को चीन में कोरोना के 3030 नए मामले सामने आए। जो मंगलवार के 3101 केसों से 71 केस कम हैं। बुधवार को कोरोना की वजह से एक भी मौत दर्ज नहीं की गई।