जिलाधिकारी विनीत कुमार ने जनपद में गठित इन्सीडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम (आर्इ0आर0एस0) में नामित अधिकारियों के साथ बैठक कर उनके दायित्वों के संबंध में विकास भवन सभागार में स्लार्इड शो के माध्यम से जानकरी प्राप्त कर आवश्यक दिशा निर्देश

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जनपद में आपदा के दौरान किसी भी घटना पर त्वरित राहत एवं बचाव कार्य करने लिए जिलाधिकारी विनीत कुमार ने जनपद में गठित इन्सीडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम (आर्इ0आर0एस0) में नामित अधिकारियों के साथ बैठक कर उनके दायित्वों के संबंध में विकास भवन सभागार में स्लार्इड शो के माध्यम से जानकरी प्राप्त कर आवश्यक दिशा निर्देश दियें। बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जनपद में आपदा के दृष्टिगत यह जरूरी है कि जिस अधिकारी को जो जिम्मेदारी एवं दायित्व सौपे गयें है वह अपने दायित्वों का निवर्हन ठीक ढंग से करें, तथा सभी अधिकारी आपसी समन्वय के साथ आपदाग्रस्त क्षेत्र में तत्काल राहत एवं बचाव कार्य करना सुनिश्चित करें, ताकि घटित आपदा से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकें। जिलाधिकारी ने आर्इ0आर0एस0 टीम में नामित सभी अधिकारियों से कहा कि हर समय सर्तक एवं मुस्तैद रहें तथा अपनी टीम में शामिल अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए अपने दायित्वों के बारे में ठीक प्रकार से जानकारी प्राप्त कर लें, ताकि आपदा के समय किसी भी प्रकार की कोर्इ समस्या न होने पायें। उन्होंने यह भी कहा कि संबंधित अधिकारी यह भी सुनिश्चित कर ले कि उनके अधीनस्थ कार्य कर रहें अधिकारी एवं कर्मचारियों को भी अपने कार्यो के बारे में जानकरी होनी आवश्यक है, यदि किन्ही अपरिहार्य कारणों से यदि कोर्इ अधिकारी घटित होने वाली आपदा के समय अपने मुख्यालय पर उपस्थित नहीं रहता है तो उनके अधीनस्थ कार्य कर रहें अधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा संबंधित कार्य का निवर्हन ठीक ढंग से किया जाय, जिलाधिकारी ने कहा कि समय-समय पर सभी अधिकारियों को मॉक ड्रिल के माध्यम से इसका पूर्वाभ्यास किया जाय, जिससे कि मॉक ड्रिल में रह गयी कमियों को दूर किया जा सकें। उन्होंने सभी अधिकारियों से आपदा के प्रति सचेत रहने के निर्देश दियें। उन्होने कहा कि आर्इआरएस प्रणाली के तहत सभी अधिकारियो के दायित्व निर्धारित किये गये है, अधिकारी अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि आपदा से निपटने के लिए अधिकारियों को प्लांन पहले होना चाहिए। जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा की परिस्थितियों में रिस्पांस टार्इम कम से कम करते हुए राहत कार्यो को मजबूत और प्रभावशाली बनाना होगा। उन्होने कहा कि युवा एवं महिला मंगल दलों को प्रशिक्षण देकर राहत कार्य के लिए तैयार किया जाय। उन्होंने उपकरणों की जांच एवं अन्य सामाग्री के बारे में लगातार अपडेट करने के निर्देश दियें, साथ ही उन्होंने आपदा से संबंधित अधिकारियों एवं गठित आर्इआरएस सिस्टम में नामित अधिकारियों के नाम, मोबार्इल नंबर तथा पते को भी ससमय अपडेट रखने के निर्देश दियें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत, प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी, अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल, जिला विकास अधिकारी केएन तिवारी, उपजिलाधिकारी बागेश्वर हरगिरि, काण्डा मोनिका, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, पुलिस उपाधीक्षक विपिन पंत, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ उदय शंकर, जिला पूर्ति अधिकारी अरूण कुमार वर्मा, वरिष्ठ कोषाधिकारी पूरन चन्द्र उप्रेती, जिला शिक्षा अधिकारी नरेश शर्मा, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी देवेन्द्र नाथ, महाप्रबंधक जिला उद्योग जीपी दुर्गापाल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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