सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिलाधिकारी विनीत कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित

खबर शेयर करें -

सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिलाधिकारी विनीत कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गयी। जिसमें जिलाधिकारी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये है कि सभी अधिकारी सड़क सुरक्षा के संबंध में गंभीरता से कार्य करते हुए लोंगो को सड़क सुरक्षा नियमों के संबंध में जागरूक करें, ताकि होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रण कर कम किया जा सकें। जिलाधिकारी ने बैठक में कहा कि सड़क पर आवाजाही करने वालो की सुगम, सुरक्षित यात्रा करवाना हमारी प्राथमिकता है इसलिए सभी अधिशासी अभियंता ऐसे सड़कों का निरीक्षण करें जिन सड़कों पर सुरक्षा के लिहाज से कारगर उपाय नहीं हैं तथा ऐसे स्थानो को चिन्हित कर उन्हें मानको के अनुसार तत्काल ठीक करें और कहा कि चिन्हित दुर्घटना सम्भावित क्षेत्रों में जो सुधारीकरण एवं मरम्मत कार्य किये जाने हैं उन कार्यो को तत्काल शीर्ष प्राथमिकता के साथ कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिन दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में सार्इन बोर्ड लगाये जाने हैं उनमें तत्काल सार्इन बोर्ड लगायें जाय तथा जहॉ आवश्यक हो उन स्थानों पर स्पीड ब्रेकर व क्रैश वैरियर लगायें जाय तथा सडक दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ऐसे स्थानों पर चेतावनी बोर्ड आदि भी अवश्य लगायें जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी, उपजिलाधिकारी और पुलिस संयुक्त रूप से चैंकिग अभियान चलायें, इसके लिए पूर्ण कार्ययोजना तैयार की जाय। जिलाधिकारी ने शहर की सडकों पर लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए उन्होने उपजिलाधिकारियो से इन वाहनों के लिए पार्किग व्यवस्था व इसके लिए स्थान चिन्हित कर इसकी पूर्ण कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दियें । उन्होने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सभी वाहन चालको को यातायात नियमों की जानकारी होना अति आवश्यक हैं। उन्होने यह भी निर्देश दियें कि जो भी सडक दुर्घटनायें घटित होती ह,ै उनके कारणो की भी जानकारी प्राप्त की जाय। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दियें कि मा0 मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन में सभी सडको को गड्ढा मुक्त करना है, इसमे सभी अधिकारी अपनी-अपनी सडको में प्राथमिकता से स्थलीय निरीक्षण कर उनमें कार्य करना सुनिश्चित करें, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाय, इन कार्यो के लिए यदि धनराशि उपलब्ध नहीं है तो धनराशि की मांग सुनिश्चित की जाय। जिलाधिकारी ने सडक किनारे पर अवैध निर्माण के चिन्हीकरण के संबंध में संबंधित अधिकारियों द्वारा कोर्इ संयुक्त निरीक्षण न कर अवैध निर्माण का चिन्हीकरण न करने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को सडक किनारे अवैध निर्माण को चिन्हीकरण के लिए संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश दियें, यदि संबंधित अधिकारियों द्वारा कोर्इ ठोस कार्यवाही सुनिश्चित की जाती है तो संबंधित के विरूद्ध के कडी कार्रवार्इ अमल में लायी जायेगी, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों की होगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन सडको का नोटिफार्इड नहीं किया गया है उन सडको का नोटिफार्इड करने के लिए त्वरित कार्यवाही करते हुए राज्य सडक सुरक्षा समिति को धनराशि उपलब्ध करायें जाने हेतु प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दियें। उन्होने संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दुर्घटनाग्रस्त संभावित क्षेत्रों में जो भी सुधारीकरण कार्य किये जाने है, उन स्थानों में त्वरित गति से सुधारीकरण का कार्य सुनिश्चित कराया जाय, इसमें यदि धनराशि की उपलब्धता नही तो इसके लिए धनरशि की भी मांग सुनिश्चित की जाय। उन्होने यह भी कहा कि सडक दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ओवर स्पींिडंग, ओवर लोड, वाहन चलाते हुए मोबाइल फोन का इस्तेमाल एवं शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाय। जिलाधिकारी ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि रात्रि में होने वाले दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जरूरी है कि संबन्धित विभाग नियमित रूप से रात्रि में भी चैकिंग अभियान चलायें। जिलाधिकारी ने कहा कि दोपहिया वाहनो में सुरक्षा की दृष्टि से हैलमेट व बडे वाहनों में सीट बैल्ट का प्रयोग अनिवार्य रूप से करवाना सुनिश्चित करें। बैठक में उन्होने सहायक संभागीय अधिकारी को यह भी निर्देश दियें कि बैठक में जो भी दिशा निर्देश दियें गयें हैं उन पर संबंधित विभाग द्वारा क्या कार्यवाही की गयी हैं, यदि कार्यवाही नहीं हुर्इ हैं तो उस संबंध में संबंधित विभाग द्वारा अपनी आंख्या एवं टिप्पणी सहित अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जाय। जिलाधिकारी ने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी को यह भी निर्देश दियें कि राष्ट्रीय सडक सुरक्षा माह में अयोजित होने वाले कार्यक्रमों के संबंध में माइक्रो प्लांन तैयार कर इसमें विभिन्न विभागों द्वारा की जा रही सहभागिता के बारे में पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दियें तथा सडक सुरक्षा माह के अंतर्गत विभिन्न विद्यालयों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी से समन्वय कर अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं एवं आमजनमानस को सडक सुरक्षा नियमों की जानकारी उपलब्ध करायी जाय, तथा इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय। बैठक में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी निखिल शर्मा ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि परिवहन विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष में जनपद में पांच दुर्घटनायें हुर्इ है, जिनमें तीन व्यक्तियों की मृत्यु हुर्इ है तथा दो व्यक्ति घायल हुए है, दुर्घटना का कारण तेज तफ्तार एवं लापरवाही से वाहन चलाना है। उन्होने कहा कि अब तक कुल 7056 चालान किये गये है।
बैठक में पुलिस अधीक्षक सुखवीर सिंह, उप जिलाधिकारी बागेश्वर हरगिरि, गरूड राजकुमार पांडे, जिला शिक्षा अधिकारी नरेश शर्मा, अधि0अभि0 लोनिवि संजय पांडे, पीएमजीएसवार्इ अनिल चौधरी, अधि अधि0अधिकारी नगर पालिका बागेश्वर राजदेव जायसी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 एन0एस0टोलिया, जिला आबकारी अधिकारी जी0एस0मेहता, परिवहन कर अधिकारी हरीश रावल सहित संबन्धित अधिकारी उपस्थित थे।

यह भी पढ़ें -  रामनगर-अध्यापिका के बंद घर में चोरों ने लगाई सेंध लाखों रुपयों की चोरी की

Advertisement

लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -

👉 हमारे व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें

👉 फ़ेसबुक पेज लाइक/फॉलो करें

👉 विज्ञापन के लिए संपर्क करें -

👉 +91 94109 39999