

रूद्रपुर। करीब एक माह पूर्व केलाखेडा़ थाना क्षेत्र से अपहृत हुई नाबालिग को पुलिस और एसओजी ने सकुशल बरामद कर आरोपी युवक को गिरफ्रतार कर लिया। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने खुलासा करते हुए बताया कि लगभग एक महीने पहले लापता हुई एक नाबालिग अपहृता को सकुशल बरामद कर लिया है।इस मामले में मुख्य अभियुक्त दानिश को भी गिरफ्रतार कर लिया है। पुलिस के अथक प्रयासों, तकनीकी दक्षता और सूझबूझ से यह जटिल मामला सुलझ पाया।कई संगठनों के बीच बढ़ते आक्रोश को भी शांत किया।उन्होंने बताया कि यह मामला तब सामने आया जब 28 अप्रैल 2025 को थाना केलाखेड़ा निवासी व्यक्ति ने अपनी 14 वर्षीय नाबालिग पुत्री के घर से लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। मामले की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए खुलासे के निर्देश दिए। उन्होंने चार विशेष टीमों का गठन किया और सर्विलांस, एसओजी (विशेष अभियान समूह) और साईबर टीमों को भी शामिल किया। गठित टीमों ने अपनी प्रारंभिक जांच में लगभग 80 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, जो अपहृता के संभावित रास्ते में लगे थे। इसके अतिरिक्त, संदिग्धों, अपहृता और उनके परिजनों से संबंधित लगभग 75 मोबाइल नंबरों की सीडीआर का गहन विश्लेषण किया। संदिग्ध नंबरों से जुड़े व्यक्तियों से पूछताछ भी की गई, जिसने जांच को सही दिशा में आगे बढ़ाया। एसएसपी ने बताया कि जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि नाबालिग अपहृता को दानिश अली पुत्र सफीक, निवासी रामनगर, थाना केलाखेड़ा भगाकर ले गया था। यह प्रकरण अत्यधिक संवेदनशील हो गया था। अपहृता की शीघ्र बरामदगी न होने पर विभिन्न संगठनों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए धरना प्रदर्शन भी किए।अभियुक्त दानिश और अपहृता के स्नैपचैट, फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, मेल आईडी और आधार कार्ड नंबरों की साईबर सेल के माध्यम से गहन जांच की गई। मिली जानकारी के आधार पर, पूर्व से गठित पुलिस टीमों ने अभियुक्त के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश देना शुरू किया। उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों के अलावा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु और मध्य प्रदेश जैसे कई राज्यों में भी लगातार छापेमारी की गई । पुलिस की अथक मेहनत और सूझबूझ रंग लाई। पुलिस टीम ने अभियुक्त दानिश को नाबालिग अपहृता के साथ बरामद कर लिया। यह सफलता जनपद पुलिस के समर्पण, व्यावसायिकता और जन सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इस सफल ऑपरेशन से न केवल एक नाबालिग लड़की को उसके परिवार से मिलाया गया, बल्कि समाज में सौहार्द बनाए रखने में मदद मिली। आरोपी को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक एसएसपी ने थानाध्यक्ष केलाखेड़ा और उनकी टीम को उनके कुशल कार्य के लिए 10 हजार रुपए नगद इनाम प्रदान किया। साथ ही साईबर टीम को 5 हजार रुपए नगद इनाम प्रदान किया।ये रहे पुलिस टीम में शामिल संजय पाठक प्रभारी एसओजी, अशोक कुमार केलाखेड़ा थानाध्यक्ष,एसआई संजय बोरा,एसआई देवेन्द्र सिंह राजपूत, धीरेन्द्र सिंह परिहार, नरेश सिंह, रीता चौहान, एएसआई भूपेन्द्र सिंह, मोहित कुमार,हेड कांस्टेबल कैलाश तोमक्याल,प्रवीण कुमार, कांस्टेबल गणेश कुमार, दिनेश धपोला, महेन्द्र सिंह बिष्ट, महिला कांस्टेबल बलजीत कम्बोज।