
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने शनिवार को बड़कोट तहसील के अंतर्गत आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। डीएम ने जंगलचट्टी,बनास, फूलचट्टी,कृष्णाचट्टी में क्षतिग्रस्त यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के मरम्मत कार्यों का बारीकी से निरीक्षण किया।
DM ने सुनी ग्रामीणों की समस्या
उत्तरकाशी डीएम प्रशांत आर्य ने निरीक्षण के दौरान बनास से लेकर कृष्णाचट्टी तक टैक्टर में बैठ कर सड़क मार्ग का भी निरीक्षण किया। साथ ही एनएच और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को सड़क मार्ग को युद्ध स्तर पर सुचारू करने के निर्देश दिए। इससे पहले जिलाधिकारी ने हनुमानचट्टी, वाडिया, बनास, राणाचट्टी, स्यानाचट्टी में ग्रामीणों की भी समस्या सुनीं।
सड़कों को किया जा रहा दुरुस्त
डीएम ने कहा कि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग जंगलचट्टी में सड़क मार्ग पर पहाड़ी से मलबा और बोल्डर रुक-रुककर आ रहे हैं। उससे आगे सड़क मार्ग का ध्वस्त हिस्से का समतलीकरण और सुरक्षित करने का कार्य अंतिम चरण में है। डीएम ने बताया कि बनास में सड़क मार्ग का करीब 30 मीटर का हिस्सा ध्वस्त है जिसे सुचारू करने का कार्य तीव्र गति से चल रहा है।
डीएम प्रशांत आर्य ने बताया कि फूलचट्टी में भी सड़क मार्ग के समतलीकरण और सुरक्षित करने का कार्य युद्ध स्तर किया जा रहा है। कृष्णाचट्टी में ध्वस्त करीब 300 मीटर सड़क मार्ग के सुचारू करने में एनएच और पीडब्ल्यूडी के मुताबिक लगभग एक सप्ताह का और समय लग सकता है।
मौसम का अपडेट देखने के बाद प्रशासन लेगा यमुनोत्री धाम की यात्रा का फैसला
डीएम ने कहा कि यमुनोत्री धाम की यात्रा सुचारू कराने का तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। एनएच से प्राप्त अपडेट के आधार पर और मौसम को देखते हुए यात्रा को दोबारा शुरू कराने का निर्णय कल लिया जाएगा। यदि कृष्णाचट्टी तक मार्ग सुचारू हो जाता है, तो यात्रियों को वहां से पैदल और घोड़ा, खच्चर के माध्यम से यमुनोत्री धाम भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।