सोमवार देर शाम हुई भारी बारिश से देवखड़ी नाला टूट गया। नाले का पानी और मलबा बोल्डर सहित कई घरों में घुस गया। लोग जान बचाने के लिए छत में भागे। जब तक पानी कम नहीं हुआ। लोग घरों की छत में ही बैठे रहे। देवखड़ी नाले ने कृष्णा विहार, देवकी विहार, गायत्री कॉलोनी, शिवालिक विहार में भयंकर तबाही मचाई। बड़े-बड़े पत्थर लोगों के घरों में घुस गए। दो बसें आधी मलबे में दब गई। 15 कारें बह गई।
मंगलवार को गायत्री नगर, शिवालिक विहार में देवखड़ी नाले के पानी के नुकसान का जायजा लेते हुए जिलाधिकारी वंदना ने कहा कि क्षेत्र के लगभग 300 से 400 लोगों के घरों में मलबा आने के कारण नुकसान हुआ है उन्हें हर सम्भव मदद दी जायेगी। राजस्व विभाग ने सांय चार बजे तक सौ लोगों को अहेतुक राशि दे दी है। सर्वे जारी है अन्य लोगों को भी आज रात तक राहत राशि दे दी जाएगी।
जिलाधिकारी वंदना ने अनेकों घरों का स्थलीय निरीक्षण कर स्थानीय लोगों से मुलाकात भी की और कहा कि जिन लोगों के घरों का नुकसान हुआ है प्रशासन द्वारा तत्काल सहायता राशि मौके पर दी जा रही है। उन्होंने कहा नगर निगम निगम के कार्मिको द्वारा लोगो के घरों और सड़कों से मलबा आदि निकालने का कार्य भी किया जा रहा है। उन्होंने आम पानी नाले, बरेला आम नाले के कैचमेंट से लेकर आबादी तक दीर्घकालीन सुरक्षा कार्य का प्रस्ताव एक सप्ताह में तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। सिंचाई, वन विभाग और UUSDA की तकनीकी टीम नाले के स्थाई ट्रीटमेंट के लिए चल रहे सर्वे को एक सप्ताह में पूर्ण करेगी। गायत्री नगर के आन्तरिक कालोनियों में छोटे नाले और गुल पर अतिक्रमण की शिकायत पर उपजिलाधिकारी को नालों पर अतिक्रमण का सर्वे करने के निर्देश दिये ताकि नाले के प्रवाह को सुचारू रूप से संचालित कर पानी के रूकावट को दूर किया जा सके।जिलाधिकारी ने आमपानी, बरेला आम और देवखड़ी नाले के मुहाने पर तीन नालों (आमपाली, दुरगडी एवं बरेलाआम) नाले जो देवखड़ी नाले में मिलते है का स्थलीय निरीक्षण भी किया। वर्तमान में वन विभाग द्वारा तात्कालिक कार्य किये जा रहे है जिलाधिकारी ने वन महकमे के अधिकारी को तत्काल एक अतिरिक्त पोकलैंड लगाने के निर्देश दिये और दीवार बनाने के तात्कालिक कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने देवखड़ी नाले के स्थायी समाधान हेतु एडीबी के प्रोजेक्ट मैनेजर कुलदीप सिंह से स्टीमेट शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिये ताकि नाले के स्थायी समाधान हेतु कार्य प्रारम्भ हो सके। उन्होंने कहा बुधवार को तकनीकी टीम के साथ ही सिचाई, वन एवं एडीबी संयुक्त सर्वे कर स्थायी समाधान हो सके इसके लिए एक सप्ताह के भीतर डीपीआर प्रस्तुत करने के निर्देश मौके पर दिये। उन्होंने कहा तकनीकी टीम द्वारा देवखड़ी नाले के जंगल के अन्दर जाकर सर्वे भी किया जायेगा तथा नाले के ऊपर चैकडैम के साथ-साथ नाले को चैनलाईज किया जायेगा जिससे नाले के प्रवाह को सुरक्षित निकास दिया जा सकेगा।
निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त विशाल मिश्रा, उपजिलाधिकारी पारितोष वर्मा, एडीबी प्रोजेक्ट मैनेजर कुलदीप सिह, रेंजर ख्याली राम, तहसीलदार सचिन कुमार, सिंचाई, नगर निगम के साथ ही निवर्तमान मेयर डॉ. जोगेन्द्रर पाल सिंह रौतला व स्थानीय लोग उपस्थित थे