नई दिल्ली। भूकंप पीड़ित तुर्किये की मोदी सरकार ने दिल खोलकर मदद की। यही नहीं तुर्किये की मदद कर विश्व में भारत की सदाशयता की प्रशंसा भी हुई। लेकिन तुर्किये ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में पाकिस्तान का साथ देकर भारत द्वारा की गई मदद को शर्मसार कर दिया। परिषद में भारत पर आरोप लगाया कि वह जम्मू कश्मीर में मानवाधिकारों का उल्लघंन कर रहा है।
हालांकि भारत की प्रतिनिधि ने यूएनएचआर में तुर्किये को लताड़ते हुए कहा कि तुर्किये को भारत के आंतरिक मामलों में अनावश्यक बयानों से बचें। तुर्किये में आए भूकंप के बाद वहां के लोगों की मदद के लिए भारत की ओर से चलाए गए ऑपरेशन दोस्त के बावजूद तुर्किये ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में कश्मीर पर पाकिस्तान का राग अलापा है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की प्रथम सचिव सीमा पूजानी ने पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय, ईसाइयों, हिंदुओं और सिखों सहित धार्मिक अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का मुद्दा उठाया। पूजानी ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के गायब करने की ” क्रूर नीति” के लिए उसकी आलोचना की। इससे खासतौर पर बलूचिस्तान प्रांत और अन्य स्थानों पर रहने वाले लोग प्रभावित होते हैं।