नैनीताल । कृषि, उद्यान तथा आजीविका के संसाधनों से जुड़े सभी अधिकारी एवं कर्मचारी आपसी तालमेल से जनहित में बेहतर कार्य करना सुनिश्चित करें। यह निर्देश मण्डलायुक्त श्री सुशील कुमार ने कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, रेशम, को-आॅपरेटिव, समाज कल्याण, चिकित्सा आदि विभागों द्वारा कुमाऊॅ मण्डल में संचालित योजनाओं की गुरूवार को एलडीए सभागार में गहनता से समीक्षा करते हुए दिये।
मण्डलायुक्त ने कृषि तथा उद्यान विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देशित करते हुए कहा कि मण्डल को सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में पूर्ण आत्म निर्भर बनाया जाये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि मैदानी क्षेत्रों के हिसाब से पहाड़ी क्षेत्रों में विशेष तौर पर गैर मौसमी सब्जी उत्पादन ध्यान केन्द्रित किया जाये ताकि सब्जी उत्पादों को उत्पाद की अच्छी कीमत प्राप्त हो। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि किसानों को समय से बीज उपलब्ध कराया जाये और बीज उपलब्ध कराने में किसी भी प्रकार का विलम्ब न हो। उन्होंने ड्रिप तथा स्प्रिंकलर सिंचाई को बढ़ावा देने, काॅन्ट्रेक्ट फार्मिंग को बढ़ावा देने, कलस्टर आधारित गतिविधियों को प्रोत्साहित करने, पलायन वाले क्षेत्रों विशेषकर अल्मोड़ा, बागेश्वर आदि क्षेत्रों में विशेष ध्यान केन्द्रित करते हुए कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने मण्डल में उत्पादित तेज पत्ते की ब्राण्डिंग करने, आॅर्गेनिक तथा परम्परागत खेती को बढ़ावा, उत्पादन क्षमता में वृद्धि करने के देने के निर्देश दिये।
उन्होंने पहाड़ी क्षेत्रों में मंडुवा का प्रमाणित बीज उपलब्ध कराने हेतु टीडीसी का सहयोग लेने, परम्परागत कृषि विकास योजना के अन्तर्गत गठित कलस्टरों के उत्पादों के प्रमाणीकरण हेतु आॅर्गेनिक बोर्ड को शामिल करने तथा जैविक बोर्ड व हिलांस के माध्यम से उत्पादों की मार्केटिंग कराने, पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत पात्र व्यक्तियों को शतप्रतिशत योजना का लाभ दिलाने के निर्देश संयुक्त निदेशक कृषि को दिये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि मैदानी क्षेत्रों में समर पेडी (धान की तीसरी फसल) उत्पादन को हतोत्साहित करने तथा उसके स्थान पर विकल्प के तौर पर मक्का की खेती को प्रोत्साहित करने के निर्देश संयुक्त निदेशक कृषि को दिये। उन्होंने पीएम फसल बीमा योजना की समीक्षा करते हुए कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि फसलों को नुकसान पहुॅचने की सूचना मिलते ही विभागीय अधिकारी तथा कर्मचारी तुरन्त कार्यवाही करना सुनिश्चित करें ताकि काश्तकारों को नुकसान का उचित मुआवजा समय से मिल सके। उन्होंने पीएम कृषि सिंचाई योजना के अन्तर्गत किये गये कार्यों से किसानों को होने वाले लाभ एवं परिवर्तन की पूरी जानकारी मुहैया कराने के निर्देश दिये।
उन्होंने पशुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान चारा विकास के क्षेत्र में अच्छा काम करने, समय से पशुओं का टीकाकरण करने, पशुओं के स्वास्थ्य की रक्षा करने तथा बीमार पशुओं का मौके पर ही जाकर ईलाज कराने के निर्देश अपर निदेशक पशुपालन को दिये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि पशु सेवा केन्द्र एंव पशु चिकित्सालयों में स्टाफ की मौजूदगी बनी रहे। उन्होंने मत्स्य विभाग की समीक्षा के दौरान रेफ्रिजरेटेड वैन खरीदने, कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश निदेशक स्वास्थ्य को दिये। उन्होंने को-आॅपरेटिव विभाग की समीक्षा के दौरान दीनदयाल उपाध्याय अल्पकालीन ऋण वितरण योजना के अन्तर्गत सभी पात्रो को योजना से लाभांवित करने, फसल खरीद के दौरान फर्जीवाडा करने वालों के खिलाफ तुरन्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने चिकित्सा विभाग की समीक्षा के दौरान सभी तैयारियाॅ पूरी रखने, टेस्टिंग कार्य जारी रखने तथा वैक्सीनेशन बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने समाज कल्याण, श्रम, रेशम आदि विभागों की भी विस्तार से समीक्षा करते हुए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने नाबार्ड का एक मण्डलीय अधिकारी नामित कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश उप निदेशक अर्थ एवं संख्या को दिये।
बैठक में निदेशक स्वास्थ्य शैलजा भट्ट, अपर निदेशक शिक्षा रघुनाथ लाल आर्य, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या राजेन्द्र तिवारी, संयुक्त निदेशक उद्यान हरीश चन्द्र तिवारी, संयुक्त निदेशक कृषि पीके सिंह, संयुक्त निदेशक समाज कल्याण वन्दना सिंह, सहायक श्रम आयुक्त उमेश राय, प्रशान्त कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।