उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को मिली एक और बड़ी सफलता। एसटीएफ ने फर्जी मार्कशीट और डिग्री देने वाले गिरोह के सरगना को गिरफ्तार कर लिया। इस प्रकरण में यह दूसरी गिरफ्तारी है। इससे पहले दो फरवरी 2023 को कोतवाली देहरादून की ओर से हाईस्कूल व इंटर की फर्जीमार्क शीट बनाने वाले एक व्यक्ति राज किशोर राय को गिरफ्तार किया था। वर्तमान में वह जेल में न्यायिक हिरासत में है।
इस मामले में अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था ने उत्तराखंड एसटीएफ को जांच दी थी। विवेचना के दौरान गिरोह का सरगना सहेंद्र पाल पुत्र हरपाल निवासी खतौली मुज्जफरनगर उत्तर प्रदेश का नाम प्रकाश में आया था। जांच में पता चला कि उसने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एनसीआरई नाम से एक संस्था का रजिस्ट्रेशन कराया था। इसमें मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा अधिनियमित होने संबंधी भ्रामक जानकारी दी गई थी।
विवेचना के दौरान से ही सहेद्रपाल की कई समय से तलाश की जा रही थी, जो अपने घर खतौली से फरार चल रहा था। उसके मोबाइल फोन भी बंद थे। इस पर एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने उसकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ टीम को निर्देशित किया। कल 12 मार्च सहेंद्र पाल को सुकरताल मोरना जिला मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में सहेंद्र पाल ने बताया कि वह राजकिशोर को पिछले 7 – 8 साल से जानता है। राजकिशोर को उसी ने फर्जी मार्कशीट बनाने का आईडिया दिया था। इसके लिए उन्होंने एक फर्जी संस्था एनसीआरई के नाम से खोली थी। वे दोनों मिलकर हाईस्कूल इंटर की मार्कशीट फर्जी उपलब्ध कराते थे।