
खटीमा:-कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर धरना दिया। बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले ब्लाक परिसर में धरना दिया गया। बैठक में किसानों ने तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने तक विरोध प्रदर्शन जारी रखने का निर्णय लिया। बैठक में क्षेत्र के सैकड़ों किसानों ने भाग लिया। किसान नेताओं ने कहा कि केन्द्र सरकार तीन कृषि कानूनों को लागू कर किसानों को उद्योगपतियों के हाथों की कठपुतली बनाना चाहती है। कृषि कानूनों के विरोध में 42 दिनों से देश का किसान दिल्ली बार्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। लेकिन केन्द्र सरकार अपनी जिद पर अड़ी है। देश का किसान एकजुट होकर सरकार द्वारा लागू किये गये कृषि कानूनों के खिलाफ धरना प्रदर्शन जारी रखेगा। किसान तहसील मुख्यालय के साथ ही गांवों में बारी-बारी से धरना प्रदर्शन कर किसानों को कृषि कानूनों के दुष्प्रभाव से अवगत करायेंगे। वहीं, जो किसान कृषि कानूनों का विरोध करने दिल्ली बार्डर नहीं जा सकते हैं, वे स्थानीय स्तर पर कानूनों का विरोध करेगें। धरना प्रदर्शन में पूर्व विधायक गोपाल सिंह राणा, प्रकाश तिवारी, दान सिंह राणा, रबीश भटनागर, संतोष गौरव, ठाकुर महेंद्र सिंह, राजेश राणा, नरेश गिरी, लखविन्दर सिंह, दलजीत सिंह संधू, मनमोहन सिंह सोहेल, राकेश सिंह, गुरसेवक सिंह, प्रीतम सिंह, बलविन्दर सिंह बिल्ला, हरजिन्दर सिंह, ज्ञान चंद, अमरदीप सिंह राणा आदि किसान मौजूद रहे।