कठघरिया क्षेत्र से सटे फतेहपुर रेंज के जंगल में बीते दिनों दो लोगों को एक बाघ ने अपना शिकार बनाया था। इस हमलावर बाग की तलाश अब तक पूरी नहीं हो सकी है। इसी कड़ी में अब कॉर्बेट पार्क से दो हाथी इस हमलावर बाघ को ढूंढने आ रहे हैं। चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से परमिशन मांगी थी। जो उन्हें मिल गई है। अब ढिकाला रेंज से दो हाथियों को भेजा जाएगा।
गौरतलब है कि फतेहपुर रेंज में वन्यजीवों का आतंक लगातार बना हुआ है। दमुआढुंगा, ब्यूराखाम टंगर, बजूनिया हल्दू, पनियाली के कुल 4 निवासी अब तक इन वन्यजीवों का शिकार बन चुके हैं। जिनमें 2 लोगों को गुलदार ने तो 2 लोगों को बाघ ने अपना निवाला बनाया था। बता दें कि वन विभाग की टीम लगातार बाघ को ढूंढने की कोशिशों में लगी हुई है। मगर 6 दिनों के बाद भी अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी।
बाघ की तलाशी के लिए वन्यजीव चिकित्सकों की मदद ली जा रही है। साथ ही 50 ट्रैक कैमरे फिट किए गए हैं। जिनसे लोकेशन ट्रेस की जा रही है। तीन कैमरे में बाघ कैद भी हुआ मगर उसे अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है। अब जंगल में गश्त के लिए वन विभाग ने हाथियों की मदद लेने का फैसला लिया। जिसके लिए मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक की मंजूरी मांगी गई। अब वन विभाग को परमिशन मिल चुकी है। रेंजर फतेहपुर केएल आर्य ने जानकारी दी और बताया कि बुधवार शाम या गुरुवार सुबह को कॉर्बेट पार्क से फतेहपुर रेंज के लिए दो हाथी रवाना होंगे।