रुद्रपुर। अपराध जगत में वर्चस्व को लेकर हत्या की साजिश रच रहे एक गैंग के चार शूटरों के मंसूबों को स्पेशल टास्क फोर्स ने नाकाम कर कर दिया। एसटीएफ ने उधमसिंहनगर के किच्छा में दो गैंगों की आपसी बर्चस्व की जंग में दूसरे गैंग लीडर की हत्या के लिए आये एक गैंग के चार शूटरों को सलाखों के पीछे भेज दिया है। सीओ एसटीएफ सुमित पाण्डे के अनुसार उत्तराखंड में टॉप अपराधियों पर निगरानी रखने के डीजीपी उत्तराखंड के हालिया निर्देश का एसटीएफ ने श्रीगणेश करते हुए चार कुख्यात शूटरों से भारी मात्रा में असलाह के साथ गिरफ्तार किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने एसटीएफ की सभी यूनिटों को एक कार्य योजना बनाकर निर्देश दिए थे कि सभी अपने स्तर से उत्तराखंड में संगीन अपराधों में सक्रिय कुख्यात और अभ्यस्त अपराधियों की सूची तैयार कर उन पर निगरानी रखते हुए कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें।
एसटीएफ ने उत्तराखंड में सक्रिय अपराधियों की सूची तैयार की, साथ ही ऐसे अपराधियों पर निगरानी रखना भी शुरू कर दिया। 29 मार्च को एसटीएफ को मिली सूचना पर सीओ एसटीएफ सुमित पाण्डे के नेतृत्व में एसटीएफ की कुमाउं यूनिट व किच्छा कोतवाली पुलिस ने देर रात्रि संयुक्त रूप से किच्छा क्षेत्रान्तर्गत हल्द्वानी बाइपास रोड स्थित काली मंदिर के पास एक मकान से चार शूटरों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से भारी मात्रा में असलाह व गोला-बारुद बरामद हुआ है। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि किच्छा क्षेत्रान्तर्गत काली मंदिर के पास एक मकान में कुछ अपराधी किस्म के व्यक्ति कई दिनों से रुके हैं, जिनके पास कई प्रकार के हथियार हैं और वह किसी बड़ी घटना को घटित करने की तैयारी में हैं, इस सूचना पर एसटीएफ ने स्थानीय पुलिस से संपर्क कर एक ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत उक्त मकान को चारों तरफ से घेर कर मकान की दूसरी मंजिल के एक कमरे में छिपे चार अपराधियों को गिरफ्तार किया। जिनके कब्जे से एक पिस्टल, दो 315 बोर तमंचा, एक 12 बोर तमंचा तथा भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए। गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ पर बताया कि वह स्थानीय अपराधी गगन दीप के लिए काम करते हैं और यहां उसी के कहने पर एकत्र हुए थे। गगनदीप ने उक्त कमरे को किराए पर लिया था। आरोपी गगनदीप पूर्व में कई बार जेल जा चुका है। गगनदीप की अपराध के क्षेत्र में वर्चस्व और व्यापार को लेकर सिमरनजीत सिंह के साथ रंजिश चल रही है। दोनों ने स्थानीय स्तर पर अपने अपने गैंग बनाए हैं। दोनों एक दूसरे को मारने की फिराक में रहते हैं। अभी कुछ दिन पहले सिमरन ने गगनदीप पर गोली चलाई थी, जिसमें गगनदीप बाल बाल बच गया था, जिससे गगनदीप ने उसे मारने की जिद ठान ली।
इसी कारण गगनदीप ने उनको यहां किराए के मकान पर रुकवाया था तथा सिमरन को कहीं अकेले में देखकर उसकी हत्या की फिराक में थे। आज सिमरनजीत आर्शीवाद होटल किच्छा पर आने वाला था। गिरफ्तार चार अपराधियों ने वहीं पर उसकी हत्या को अंजाम देने का प्लान तैयार किया था। गिरफ्तार आरोपी राहुल श्रीवास्तव पूर्व में कई बार हत्या के प्रयास, रंगदारी के जुर्म में जेल जा चुका है तथा उसके विरुद्ध जनपद नैनीताल, उधमसिंहनगर, दिल्ली सहित कई स्थानों पर दर्जनभर अभियोग पंजीकृत हैं। पकड़े गए आरोपी राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि चार दिन पूर्व भी सिमरन के मिलने की सूचना थी इसलिए सभी लोग गगनदीप के साथ उसे मारने गए थे, परंतु सिमरन वहां से ऐन वक्त पर निकल गया था। इसके अलावा गिरफ्तार आरोपी विपिन सिंह के विरुद्ध भी कई थानों में अभियोग पंजीकृत हैं। एसटीएफ की पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि गिरफ्तार बदमाश, स्थानीय अपराधी सिमरनजीत सिंह की हत्या के लिए आये थे और उन्हें यहां गगनदीप सिंह उर्फ रतनपुरिया ने भाड़े पर बुलाया था। गिरफ्तार शूटरों में से एक राहुल श्रीवास्तव का गैंगस्टर पीपी के राइट हैंड भुप्पी बोरा से कनेक्शन सामने आया है। वह भुप्पी बोरा के साथ एक्सटोरशन के केस में जेल जा चुका है। एसटीएफ की इस कार्यवाही में आरक्षी गुरवंत सिंह की विशेष भूमिका रही। गिरफ्तार आरोपियों में राहुल श्रीवास्तव उम्र 31 वर्ष पुत्र स्व. हरीश श्रीवास्तव निवासी सितारगंज बिच्छी चौराहा वार्ड नं 10, थाना सितारगंज जनपद उधमसिंहनगर, विपिन ठाकुर उम्र 21 वर्ष पुत्र हतर सिंह निवासी आवास विकास वार्ड नं. तीन किच्छा जनपद उधमसिंहनगर, तौशिफ उम्र 19 वर्ष पुत्र शरीफ अहमद निवासी हाथीबाग वार्ड नं. एक किच्छा जनपद उधमसिंहनगर, काशिफ उम्र 29 वर्ष पुत्र हफीज प्रधान निवासी निकट बड़ी मस्जिद वार्ड नं. 14 किच्छा जनपद उधम सिंह नगर शामिल हैं।