
उत्तराखंड में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने अब हल्द्वानी शहर में भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। गौला नदी का जलस्तर तेजी से बढ़कर 55 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से ऊपर है। इस तेज बहाव ने तराई के निचले इलाकों में खतरे की घंटी बजा दी है।
नदी किनारे बसे लोगों को किया सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट
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प्रशासन ने नदी किनारे बसे गांवों और बस्तियों में अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कई परिवारों को एहतियातन अस्थायी शिविरों में भेजा गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। इस बीच पुलिस, प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमों को चौबीसों घंटे अलर्ट मोड पर रखा गया है।

स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल
स्थानीय लोगों में नदी के बढ़ते जलस्तर को लेकर दहशत का माहौल है। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और पूरी तरह से सतर्क रहते हुए सरकारी निर्देशों का पालन करें। उधर, सरकार ने ख़राब मौसम को देखते हुए चारधाम यात्रा समेत हेमकुंड साहिब की यात्रा को पांच सितंबर तक के लिए स्थगित कर दिया है।
2 और 3 सितंबर को उत्तराखंड में कैसा रहेगा मौसम ?
इसके अलावा 2 सितंबर को देहरादून, चमोली और बागेश्वर जिले में अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। इन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं 3 सितंबर को राज्य के ज्यादातर जिलों में मध्यम से भारी बारिश का पूर्वानुमान है। इस दिन राज्य के सभी जिलों में येलो अलर्ट रहेगा।

