पिथौरागढ़ में धारचूला-गुंजी मोटर मार्ग में थक्ती झरने के पास दर्दनाक हादसा हो गया। सड़क से गुजर रही जीप के ऊपर भरभराकर चट्टान आ गिरी। हादसे में तीन बच्चों समेत सात लोगों के मारे जाने की आशंका है।
जीप पर भरभराकर गिरी चट्टान
हादसा रविवार दोपहर करीब डेढ़ बजे का है। घंटो तक खोज एवं बचाव अभियान चलाने के बाद भी चट्टानों के नीचे दबी कार का फिलहाल पता नहीं चल सका। अंधेरा होने के कारण शाम सात बजे रेस्क्यू अभियान बंद कर दिया गया था। चट्टान दरकने से दोनों ओर कई वाहन फंसे हुए हैं। सोमवार सुबह एक बार रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया ।
मृतकों का रेस्क्यू जारी
जानकारी के अनुसार नाबि गांव से धारचूला से आ रही बोलेरो कैंपर जीप दब गई। इस जीप से आगे चल रही दूसरी जीप के चालक अजय ने जब गड़गड़ाहट की आवाज सुनी तो उन्हें हादसे का पता चला। जिसके बाद हादसे की जानकारी प्रशासन को दी। सूचना पाकर रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। सोमवार को भी अभियान जारी है।
बढ़ सकती है वाहन सवार लोगों की संख्या
जानकारी के अनुसार वाहन में वीदन सिंह निवासी नपलच्यू गांव के तीन बच्चे और बुंदी गांव के सेवानिवृत शिक्षक तुला राम बुदियाल और उनकी पत्नी आशु देवी सहित सात लोग सवार थे। वाहन चालक बलुवाकोट निवासी बताया जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि रास्ते में भी कुछ लोग जीप में सवार हुए थे। ऐसे में ये संख्या बढ़ सकती है।
धारचूला-लिपुलेख मार्ग पर आवाजाही बंद
सड़क पर चट्टान गिरने के कारण धारचूला-लिपुलेख सड़क पर वाहनों की आवाजाही फिलहाल बंद है। आदि कैलाश और ओम पर्वत जाने वाले सैकड़ों पर्यटक भी फंसे हुए हैं। प्रशासन की टीम द्वारा सोमवार सुबह मलबा और चट्टानों को हटाने का काम शुरू किया जाएगा।
जरुरत पड़ने पर ली जाएगी हेलिकॉप्टर की मदद : SDM
मिली जानकारी के अनुसार धारचूला के एसडीएम दिवेश शाशनी ने बताया कि चट्टानें टूटने से जीप मलबे में दबी है। जीप में कितने लोग सवार थे इसका पता नहीं चल सका है। अगर जरूरत पड़ती है तो खोज एवं बचाव अभियान के लिए हेलिकॉप्टर की भी मदद ली जाएगी।