
पौड़ी के ग्रामीण क्षेत्रों में गुलदार के बढ़ते आतंक से आक्रोशित ग्रामीणों का गुस्सा मंगलवार को भी नहीं थमा। गडोली से ढांडरी लिंक मोटर मार्ग तिहारे पर ग्रामीणों ने तीसरे दिन तक धरना-प्रदर्शन जारी रखते हुए पौड़ी-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार और वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और क्षेत्र में दहशत का पर्याय बने गुलदार को मार गिराने की मांग उठाई।
गुलदार को ढेर करने की मांग पर अड़े ग्रामीण
सामाजिक कार्यकर्ता विनोद दनोशी ने कहा कि आंदोलन का आज तीसरा दिन है, लेकिन जिला पंचायत सदस्य अब तक नदारद हैं। जनता सड़क पर बैठी है और समाधान की उम्मीद कर रही है। उन्होंने बताया कि 22 नवंबर को वन विभाग की ओर से एक पत्र धरना स्थल पर भेजा गया जिसमें गुलदार को ट्रेंकुलाइज करने की प्रक्रिया का उल्लेख किया गया है।ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग बहाने बनाकर लोगों को गुमराह कर रहा है।
गुलदार को ढेर करने के आदेश जारी कर चुके हैं DFO
वहीं मामले में जिला पंचायत सदस्य अनुज कुमार ने कहा कि उनकी बातचीत DFO गढ़वाल से हो चुकी है और 22 नवंबर को गुलदार को ढेर करने के आदेश जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि यह पूरी प्रक्रिया कई चरणों में संचालित होती है, जिसमें पहले पिंजरे लगाना, गस्त बढ़ाना, ट्रैप कैमरे लगाना और गुलदार को चिन्हित करना शामिल है।
जिला पंचायत सदस्य ने कहा यदि गुलदार आक्रामक व्यवहार दिखाता है और पकड़ा नहीं जाता, तो ट्रेंकुलाइज करने या अन्य आवश्यक कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि वे ग्रामीणों के साथ खड़े हैं और शासन-प्रशासन की मदद से आतंक से निजात दिलाने की पूरी कोशिश की जा रही है।


