फतेहपुर रेंज में दहशत फैलाने वाले हमलावर बाघ को अब तक पकड़ा नहीं जा सका है। इसके साथ ही एक संदिग्ध बघिनी को भी खोजने की सारी कोशिशें विफल रही है। अब पूरा जिम्मा स्थानीय वन विभाग की टीम के ऊपर आ गया है। बता दें कि गुजरात के जामनगर से बाघ और बाघिन को ढूंढने पहुंची टीम निराश होकर वापस लौट गई है।
सघन तलाशी अभियान में कॉर्बेट पार्क, नैनीताल चिड़ियाघर और पश्चिमी वन वृत्त के चिकित्सक बैठे हुए हैं। गौरतलब है कि हाथी शिवगंगे और गजराज तलाश में लगे हुए हैं। तीन हाथियों को दो शिफ्ट में जंगल में घुमाया जा रहा है।
लेकिन इसी के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। जामनगर से हल्द्वानी पहुंचा 30 सदस्यीय ट्रेंकुलाइज दल यहां से वापस चला गया है।बता दें कि यह टीम 5 अप्रैल को जामनगर से यहां पहुंची थी। एक महीने तक इन्होंने वन विभाग के साथ काम किया।
लेकिन ऑपरेशन में सफलता नहीं मिलने के कारण टीम वापस लौट गई है। रेंजर फतेहपुर केएल आर्य ने जानकारी दी और बताया कि हाथी और हथिनी की मदद से जंगल में बाघ को तलाश रहे हैं।