हल्द्वानी।यहां शहर पर पर्यटन के हिसाब से खास ध्यान दिया जा रहा है। रानीबाग से लेकर पास के क्षेत्र को धार्मिक पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित करने के लिए सरकार से 98.88 लाख रुपए स्वीकृत हुए हैं। शासनादेश के अनुसार केएमवीएन को सारी जिम्मेदारी दी गई है। कहा कि सर्वे के बाद ही कार्य शुरू किया जाए।
संस्कृति व धर्मार्थ विभाग के उपसचिव हरीश सिंह बसेड़ा की ओर से आदेश जारी किया गया है। बता दें कि रानीबाग क्षेत्र को धार्मिक मान्यता के आधार पर काफी माना जाता है। ये कई ऋषि मुनियों की तपस्थली रही है। यहां स्थित चित्रेश्वर महादेव मंदिर इस बात का जीता जागता उदाहरण है कि रानीबाग को कितना माना जाता है।
गौरतलब है कि रानीबाग में ही सर्व जगह प्रसिद्ध शीतला देवी मंदिर भी स्थित है। इसके अलावा शनि देव व कामाक्षा देवी मंदिर भी है। हैड़ाखान, कालीचौड़ मंदिर और छोटा कैलाश मंदिर भी यहां से थोड़ी दूरी पर स्थित है। अब इस पूरे क्षेत्र को धार्मिक पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित करने की योजना है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अब इसी दिशा में सरकार ने काम शुरू कर दिया है।
इधर, केएमवीएन के महाप्रबंधक एपी बाजपेयी ने जानकारी दी और बताया कि संस्कृति व धर्मार्थ विभाग द्वारा रानीबाग क्षेत्र के लिए बजट स्वीकृत किया गया है। उन्होंने बताया कि पहले प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया था। जिसमें रानीबाग से कालीचौड़ मंदिर तक के एरिया को धार्मिक पर्यटन के हिसाब से विकसित कराया जाएगा। इसके लिए जल्द ही टेंडर कराया जाएगा।