हरिद्वार आ रहे कांवड़ियों को अब प्रशासन जनपद की उत्तर प्रदेश से लगती सीमाओं पर ही गंगाजल उपलब्ध कराएगा। इसके लिए जिले की सभी 10 चेक पोस्टों पर व्यवस्था के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं। प्रत्येक कांवड़िए को 500ml गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा।
कोरोना के खतरे को देखते हुए प्रशासन द्वारा कांवड़ मेला प्रतिबंधित करने के बावजूद भी देश के विभिन्न प्रांतों से पुलिस और स्थानीय प्रशासन को चकमा देकर कांवड़ियों का हरिद्वार में प्रवेश न रुक पाने के कारण प्रशासन द्वारा टैंकरों के माध्यम से कुछ राज्यों में गंगाजल भेजने की व्यवस्था भी बनाई गई थी। अब हरिद्वार प्रशासन द्वारा कांवड़ियों को जनपद की सीमाओं पर ही चिड़ियापुर, नारसन, मंडावर और काली चेकपोस्ट, तेजपुर और बीरपुर बॉर्डर, गोकलपुर चेक पोस्ट, पुरकाजी बैरियर, बालावाली, दल्ला वाला चेक पोस्ट पर कावरियों को गंगा जल वितरण के लिए बकायदा नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
अवगत हों कि कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित होने के बाद अभी तक हजारों कांवड़ियों को रेलवे स्टेशन और बस अड्डों से वापस भेजने के साथ-साथ कई के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है। मास्क न लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग न रखने तथा नियमों के उल्लंघन पर भी सख्त कार्रवाई की गई। अनेक कावड़ियोंवों को आइसोलेटेड भी किया गया है। लेकिन इसके बाद भी उनका सॉरी सीखें हरिद्वार में प्रवेश नहीं रुक पा रहा है जिसको देखते हुए प्रशासन ने नई व्यवस्था आरंभ की है।