पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाल कर सनसनी फैला दी है।
पहले हरीश रावत की वो पोस्ट पढ़िए-
अभी-अभी मुझे दो सूत्रों से सूचना मिली है, जो चिंताजनक है। राजनीति में प्रतिद्वंदिता हो, स्वस्थ प्रतिद्वंदिता हो, वैचारिक प्रतिद्वंदिता हो, कर्म करने की प्रतिद्वंदिता हो,
मगर यदि आप अपने राजनैतिक प्रतिद्वंदी के ऊपर छात्रों को उकसा करके या कुछ लोगों को मोटिवेट करके, उनके जरिए स्याही में तेजाब मिलाकर कांग्रेस के नेताओं की यात्रा में किसी एक व्यक्ति को चिन्हित करके फेंकना चाहेंगे तो ये उत्तराखंड की राजनीति के लिए कलंक पूर्ण अध्याय होगा और यदि ऐसा होता है तो उस राजनैतिक दल का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि कौन राजनैतिक दल है!
तो इसलिए सूचना मिलते ही मैं इसको सभी जिसमें प्रशासनिक एजेंसीज भी सम्मिलित हैं, पुलिस भी सम्मिलित है और राजनैतिक दल भी सम्मिलित हैं, उनके साथ साझा कर रहा हूंँ।
मेरी, माँ पूर्णागिरि से प्रार्थना है कि ऐसा न हो, यह एक केवल आशंका मात्र हो और उसके आधार पर यह सूचना मुझ तक पहुंची हो, मगर यदि ऐसा कोई प्रयास होता है तो यह उत्तराखंड की राजनीति का बड़ा ही दुखद अध्याय होगा, एक बड़ा ही निंदनीय प्रयास होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की यह पोस्ट उत्तराखण्ड की पुलिस और प्रशासन के लिए भी सिरदर्द व परेशानी का सबब बन सकती है। क्योंकि खटीमा में शुक्रवार से कांग्रेस की यात्रा शुरू हो रही है।
जी हाँ यह सनसनी ही है, क्योंकि उत्तराखण्ड की राजनीति में ऐसा आपराधिक कृत्य कभी नहीं हुआ है और अगर हरीश रावत ने जो लिखा है वो सच है तो यह उत्तराखण्ड की राजनीति के लिए काला आपराधिक अध्याय होगा।