अनाथ आश्रम की नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म मामले में नाबालिग आरोपी को जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे 14 दिन रिमांड प्रक्रिया के तहत देहरादून केदारपुरम स्थित राजकीय बाल सुधार गृह भेजा गया है। जानकारी के मुताबिक आरोपी किशोर की बुधवार को 10वीं की परीक्षा है, जिसके लिए उसे नियमानुसार पेपर देने के लिए भेजा जा सकता है। आरोपी के दसवीं कक्षा के प्री-बोर्ड पेपर चल रहे हैं, जिसके चलते उसे बुधवार होने वाले परीक्षा में जाने की अनुमति कानून प्रक्रिया अनुसार दी गई है।
मामले में पीड़ित छात्रा की आज मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 में बयान दर्ज किया गया। इससे एक दिन पहले पीड़िता की मेडिकल जांच पूरी की गई थी। परीक्षण के बाद चिकित्सकों ने उसे 5 माह का गर्भवती बताया है।जानकारी अनुसार देहरादून के कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत स्थित अनाथालय में रहने वाली पीड़ित छात्रा 11वीं में पढ़ती है। जबकि आरोपी दसवीं कक्षा में पढ़ता है। बताया जा रहा है कि अनाथालय में लगभग 55 बालक-बालिकाओं को रखा गया हैं। हालांकि यहां बालक और बालिका को रखने के व्यवस्था अलग-अलग बनाई गई है, लेकिन यहां डाइनिंग हॉल में खाने की व्यवस्था बालक और बालिकाओं की एक साथ होती है। इस डाइनिंग हॉल में सभी बच्चे एक साथ खाना खाते हैं। यहीं पर दुष्कर्म पीड़िता और आरोपी के बीच बातचीत शुरू हुई थी।
गत दिवस देर रात राजधानी देहरादून की खुड़बुड़ा पुलिस चौकी में अनाथ आश्रम प्रशासन ने लड़की के साथ हुए दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई। दरअसल, लड़की की स्थिति के बारे में तब पता चला जब बीते 4 महीने से मासिक धर्म न होने के चलते लड़की की तबीयत बिगड़ गई और उसने आश्रम प्रशासन को बताया।मेडिकल में पीड़िता के 5 माह की गर्भवती होने की जानकारी सामने आई। लड़की ने बताया कि अनाथालय में ही रहने वाला 17 साल का एक छात्र काफी समय से उसके साथ दुष्कर्म कर रहा था। इस मामले में आश्रम प्रशासन के तहरीर के आधार पर खुड़बुड़ा पुलिस की ओर से पॉक्सो एक्ट 5/4 जैसी धाराओं में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया। पूरी जांच महिला सब इंस्पेक्टर हिमानी को सौंपी गई है।