घन्ना भाई का नाम आते ही, मन गुदगुदाने लगता है। लोगों को हंसाने वाला चेहरा किसी चलचित्र की तरह सामने तैरने लगता है। घन्ना भाई ने गढ़वाली सिनेमा, कला और संस्कृति में अपनी खास पहचान बनाई। उन्होंने यह पहचान अपनी कॉमेडी और शानदार अदाकारी से हासिल की। घना भाई जैसे हास्य कलाकार आज तक दूसरा नहीं हुआ है।
घन्ना भाई को सरकार जल्द डी-लिट की उपाधि से सम्मानित करने जा रही है। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धर्म सिंह रावत ने यह जानकारी दी। शिक्षा मंत्री ने बताया कि गढ़वाली सिनेमा, संस्कृति और कला के विकास में घनानंद का योगदान अतुलनीय है। वे पिछले कई वर्षों से गढ़वाली सिनेमा और कला जगत का सबसे मशहूर चेहरा बने हुए हैं। उन्होंने लोक कला और हास्य के जरिये गढ़वाली भाषा के विकास में अहम भूमिका निभाई।
उन्होंने गढ़वाली सिनेमा और लोक कला को संजोकर आगे बढ़ाया, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी इससे अनजान ना रहे। गढ़वाली सिनेमा जगत में घन्ना भाई हास्य के चमकते सितारे हैं। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि अगले साल कृषि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में उन्हें डी-लिट की उपाधि देने की योजना है। हालांकि, कौन सा विश्वविद्यालय उनको यह उपाधि देगा, फिलहाल यह तय नहीं है।