उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां दो मासूम बच्चों की गला रेतकर हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या करने वाले आरोपी के मुठभेड़ में मार गिराया। दो बच्चों की हत्या के बाद भीड़ आक्रोशित हो गई। उन्होनें आगजनी कर तोड़फोड़ भी की। आरोपी युवक ने बच्चों को उनकी घर की छत पर ही मारा था। पूरी छत पर खून बिखरा था। छत पर खून से सने पाव के निशान भी थे। इन निशानों से साफ पता चला कि दोनों बच्चो साजिद से बचने के लिए छत पर इधर-उधर भाग रहे थे।
आयुष कक्षा छह का छात्र था जबकि अहान एलकेजी में पढ़ता था। दोनों काफी सीधे थे। दोनों पढ़ाई में काफी होशियार थे। बताया जा रहा है कि मंगलवार की रात करीब आठ बजे ठेकेदार विनोद ठाकुर के दो बेटों आयुष और अहान की धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी गई। जिस जगह वारदात हुई वह मंडी समिति पुलिस चौकी से सिर्फ 500 मीटर दूर है।
दूसरे समुदाय के तीन खोखों में लगाई आग
आरोपियों के दूसरे समुदाय के होने से गुस्सा भड़क उठा। जाम लगाकर हंगामा करते हुए दूसरे समुदाय के तीन खोखों में आग लगा दी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी साजिद को मौके से करीब दो किमी. दूर पुरानी चांदमारी के पास घेराबंदी कर मुठभेड़ में ढेर कर दिया। उसके दो साथियों की तलाश की जा रही है। पुलिस हत्या के कारणों की जांच कर रही है।
क्या है मामला ?
जानकारी के अनुसार, बाबा कॉलोनी में मजिया रोड के रहने वाले ठेकेदार हर घर जल योजना के तहत ओवरहेड टैंक का निर्माण करते हैं। उनके मकान के सामने ही कस्बा सखानू के रहने वाले साजिद की बाल काटने की दुकान है। विनोज की पत्नी संगीता अपने मकान के निचले हिस्से में ब्यूटी पार्लर चलाती है। इसके चलते दोनों परिवारों के काफी अच्छे संबंध थे। साजिद का उनके घर आना-जाना भी था। मंगलवार रात संगीता तीन बच्चों आयुष, अहान और पीयूष (8) के साथ घर पर थीं, जबकि विनोद लखीमपुर खीरी गए हुए थे। साजिद शाम चार बजे दुकान बंद करके चला गया था।
साजिद रात आठ बजे अपने दो साथियों के साथ आया तो संगिता उनके लिए चाय बनाने अंदर चली गई। तभी साजिद उनके दो बेटों आयुष और अहान को अपने साथ ऊपर ले गया। साथ ही पीयूष से पानी लाने के लिए कहा। जब तक वह पानी लेकर ऊपर पहुंचा तब तक साजिद ने धारदार हथियार से आयुष और अहान की हत्या कर दी। वहीं इस दौरान पीयूष पर भी चाकू से वार किया गया तो वह चीखता हुआ नीचे भागा। पीयूष के पीछे साजिद भी भागा तो यह देखकर मां ने शोर मचाया। शोर सुनकर आसपास के लोग दौड़े और मां-बेटे को बाहर खींचकर दरवाजा बंद कर दिया।
आसपास के चार दुकानों में लगाई आग
सूचना पर पहुंची पुलिस साजिद की तलाश में जुट गई। इस बीच आसपास के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए। नृशंस हत्या देख उनका गुस्सा बढ़ने लगा। इधर आक्रोशित भीड़ ने साजिद की दुकान तोड़कर सामान निकाला और सड़क पर रखकर फूंक दिया। आसपास के चार दुकानों को आग के हवाले कर दिया। लोग एक समुदाय के धर्मस्थल तक पहुंच गए लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
फायरिंग में आरोपी साजिद की हत्या
वहीं हत्या करने वाला आरोपी साजिद अलापुर थाना क्षेत्र के कस्बा सखानूं का रहने वाला था। हालांकि कई सालों से वह शहर में ही रह रहा था, जबकि परिवार के बाकी लोग सखानूं में ही रहते हैं। बताया जा रहा है कि आरोपी का पीछा करते हुए थाना पुलिस और एसओजी की टीम जब शेखूपुर के जंगल तक पहुंची तो साजिद ने फायरिंग शुरु कर दी। गोली लगने से सिविल लाइंस इंस्पेक्टर गौरव विश्नोई घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। इसमें साजिद को भी गोली लग गई। पुलिस उसे जिला अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घायल इंस्पेक्टर आईसीयू में भर्ती कराया गया है।