ऊधमसिंहनगर में स्कूलों में आरटीई का लाभ उठाने के लिए हुए फर्जीबाडे के अब नंदा गौरा योजना का लाभ लेने में भी बड़ा मामला सामने आया है। सितारगंज में जांच के बाद बाल विकास विभाग के डीपीओ ने फर्जी आय प्रमाणपत्र से नंदा गौरा योजना का लाभ लेने के आरोप में 12 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है।
डीपीओ उदय प्रताप सिंह ने कोतवाली पुलिस को तहरीर सौंपी। इसमें बताया कि सितारगंज ब्लॉक के 12 अपात्र लोगों ने कूटरचित तरीके से कम राशि का आय प्रमाणपत्र बनवाकर योजना का लाभ उठाया है। विभाग की जांच में इस आरोप की पुष्टि हुई है। इस योजना के तहत कन्या के जन्म लेने पर 11,000 रुपये और 12वीं कक्षा की परीक्षा पास करने पर 51,000 रुपये देय हैं।
इस तहरीर के आधार पर पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत नामजद रिपोर्ट दर्ज की है। इनमें बाराकोली रेंज निवासी प्रेम सिंह, शक्तिफार्म के जीवन सिंह फर्त्याल, निर्मलनगर के सुकुमार मंडल, रुदपुर शक्तिफार्म के गोविंद राय, सैंजनी के अजीत सिंह राणा, करघटा के राकेश सिंह, वार्ड तीन सितारगंज के सलीम, कठंगरी के इस्तखार, साधूनगर के दर्शन सिंह, कश्मीर सिंह, ग्राम विही के पुष्पेंद्र सिंह राणा, ग्राम बिचवा निवासी चतुर सिंह शामिल हैं। सीओ ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर आरोप की जांच की जा रही है।