देहरादून और सल्ट में बड़े सड़क हादसों के बाद उत्तराखंड में पुलिस ने ओवर लोडिंग के खिलाफ बड़ा अभियान चला रखा है। वाहन चालकों और यात्रियों की जागरुकता के लिए भी तमाम कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। बीते दिनों अल्मोड़ा के सल्ट में एक बस गहरी खाई में समा गई थी। उस हादसे में 38 लोगों की मौत हो गई थी। उस 42 सीटर बस में 63 यात्री ठूंसे गए थे। ओवरलोडिंग के कारण ही वह हादसा हुआ था। उस हादसे से सबक लेते राज्य भर में पुलिस अभियान चल रहे हैं। रविवार को चम्पावत जिले के लोहाघाट में भी ओवरलोडिंग का बड़ा मामला पकड़ में आया है। नशे में धुत इस बस के चालक ने यात्रियों की जान खतरे में डाल दी थी। इससे यात्रियों में चीख-पुकार मच गई थी। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया था।
हल्द्वानी से आ रही थी बस
हल्द्वानी से चम्पावत आ रही केएमओयू बस संख्या यूके 04 पीए 9099 में क्षमता से कहीं ज्यादा सवारियां बैठी मिली। रविवार को लोहाघाट के थानाध्यक्ष अशोक कुमार के नेतृत्व में वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान देर शाम करीब पांच बजे हल्द्वानी से चम्पावत जा रही केएमओयू की एक बस की लोहाघाट कालू माहरा चौक के पास चेकिंग की गई। थानाध्यक्ष के मुताबिक 31 सीटर बस में 51यात्री ठूंसे गए थे। इससे यात्रियों की जान सांसत में पड़ गई थी। पुलिस ने आरोपी चालक को तत्काल हिरासत में लेकर बस को सीज कर दिया। यात्रियों ने बताया कि कई बार चालक बस से नियंत्रण खो बैठा था। इससे उनकी जान खतरे में पड़ गई थी।
पूर्व में भी धरा जा चुका है चालक
लोहाघाट में ओवरलोड बस में 12 बच्चे सहित 51 यात्री सवार थे। चालक शराब के नशे में धुत था। एसओ के मुताबिक एल्कोमीटर से जांच करने पर चालक बृजमोहन निवासी मुक्तेश्वर, नैनीताल शराब के नशे में पाया गया। चालक के डीएल को निरस्त करने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। बस को सीज कर दिया गया है। बस में सवार यात्रियों दूसरे वाहनों वाहन से गंतव्य को रवाना हुए। चालक का एक साल पूर्व भी ओवरलोडिंग करने पर चालान किया जा चुका है।