कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और 2012 में लालकुआं से विधायक रहे हरीश चंद्र दुर्गापाल निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। जी हां, हरीश चंद्र दुर्गापाल के घर से कांग्रेस का झंडा उतार दिया गया है और उनके आवास पर भी सैकड़ों समर्थक मौजूद हैं। माना जा रहा है हरीश चंद्र दुर्गापाल कभी भी बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
बीते दिन कांग्रेस ने अपने 11 प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी की थी। जिसमें लालकुआं से लड़की हूं लड़ सकती हूं के तर्ज पर संध्या डालाकोटी को मैदान पर उतारा गया। पहले तक माना जा रहा था कि हरीश चंद्र दुर्गापाल ही लालकुआं से कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस वक्त हरीश चंद्र दुर्गापाल लोगों को अपने आवास पर संबोधित कर रहे हैं।
हरीश दुर्गापाल के आवास पर तैयारियां हो रही हैं। कभी भी वह बड़ा ऐलान कर सकते हैं। उनके आवास पर सैकड़ों समर्थक पहुंच चुके हैं। गौरतलब है कि बीते दिन कांग्रेस द्वारा संध्या डालाकोटी को लालकुआं से टिकट देने के बाद हरीश दुर्गापाल ने एक मार्मिक पोस्ट के जरिए विशाल जनसभा को आमंत्रित किया था। तभी माना जा रहा था कि वह कुछ बड़ा फैसला ले सकते हैं।
बता दें कि साल 2012 में हरीश दुर्गापाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था और वह जीतकर लालकुआं के विधायक बने थे। तब उन्होंने कांग्रेस की सरकार बनाने में भी अहम मदद की थी। इसके बाद ही उन्हें कांग्रेस ने कैबिनेट में भी जगह दी थी। हालांकि हरिश चंद्र दुर्गापाल को 2017 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने के बाद हार का सामना करना पड़ा था।
अब अगर हरीश चंद्र दुर्गापाल निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो यह कांग्रेस के लिए बड़ा झटका हो सकता है। क्योंकि हरीश चंद्र दुर्गापाल को लालकुआं विधानसभा क्षेत्र का एक कद्दावर नेता माना जाता है। उनकी क्षेत्र की जनता में मजबूत पकड़ है। देखना दिलचस्प होगा कि क्या लाल कुआं विधानसभा क्षेत्र में 2012 का चुनावी इतिहास दोहराया जाने वाला है।