जगेश्वरधाम में होटल मकान दुकानों की नाप शुरू धाम के आसपास से हटाने की प्रक्रिया का पहला चरण विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में मास्टर प्लान की कार्यवाही तेज हो गई है। शासन के निर्देश के बाद राजस्व विभाग ने शनिवार को जागेश्वर बाजार और आसपास के क्षेत्र में मास्टर प्लान की जद में आने वाले भवनों की नापजोख की।पहले चरण में 60 से अधिक मकान, दुकान और होटल मास्टर प्लान की जद में आ रहे हैं।
रविवार को मंदिर गेट के आसपास से भवनों की नापजोख शुरू होगी।
सरकार ने केदारनाथ और बदरीनाथ की तर्ज पर कुमाऊं के जागेश्वर धाम को विकसित करने की कार्य योजना तैयार की है। सरकार ने जागेश्वर का मास्टर प्लान बनाया है। बाकायदा इसका नक्शा भी तैयार कर लिया गया है।
शनिवार को कानूनगो दीपक वर्मा के नेतृत्व में टीम ने जागेश्वर धाम में मास्टर प्लान की जद में आने वाले भवनों की नापजोख की। जागेश्वर में ब्रह्मकुंड के पास राजघर से भवनों की नापजोख की कार्रवाई शुरू की गई। टीम ने डेयरी के पास तक करीब 25 मकान, दुकान और रेस्टोरेंट की नापजोख की। रविवार को मंदिर गेट के आसपास से भवनों की नापजोख शुरू होगी। टीम में उप निरीक्षक सुरेश अंडोला, बलवंत देवली, रमेश कांडपाल, मनोज गरजोला, इंदर लाल साह, अमरजीत पालनी, महेंद्र रावत आदि शामिल हैं।
जागेश्वर के मास्टर प्लान की खुशी तो प्रभावितों की चिंता भी बढ़ी
जागेश्वर धाम के मास्टर प्लान की जद में आने वाले लोगों में एक तरफ खुशी है तो दूसरी तरफ उनकी चिंता भी बढ़ गई है। लोगों में विस्थापन और मुआवजे को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। लोग अपने-अपने कयास लगा रहे हैं। लोगों का कहना है कि जहां तक भूमि अधिग्रहण हो रही है उसके बाद ही बाजार बनाया जाए।
शासन के निर्देश के बाद जागेश्वर में मास्टर प्लान की जद में आने वाले भवनों की नापजोख की गई। अभी इस कार्य में तीन से चार दिन का समय लगेगा। इसके बाद रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दी जाएगी। – दीपक वर्मा, कानूनगो