उत्तराखंड में एक सरकारी विज्ञापन चर्चाओं का विषय बन गया है। सोशल मीडिया पर लोग इसे जमकर शेयर कर रहे हैं। इस विज्ञापन में सीएम धामी के नाम के आगे श्री तक नहीं लगाया गया है जबकि अन्य अतिथियों के नाम के आगे सम्मानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है।
चर्चाओं में आयुष एंव आयुष शिक्षा विभाग का विज्ञापन
सोशल मीडिया पर आयुष एंव आयुष शिक्षा विभाग का एक विज्ञापन जमकर शेयर किया जा रहा है। जिस कारण ये चर्चाओं का विषय बन गया है। इसके चर्चाओं में होने का कारण है सीएम धामी को सम्मान ना देना। उनके नाम को सही ना लिखना।
इस विज्ञापन में एक कार्यक्रम सीएम धामी को अति विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही राज्यपाल को मुख्य अतिथि, मुख्य सचिव को विशिष्ट अतिथि और गेस्च ऑफ ऑनर के रूप में आचार्य बाल कृष्ण को आमंत्रित किया गया है।
सीएम धामी के नाम के आगे श्री तक नहीं लगाया
आयुष एंव आयुष शिक्षा विभाग के इस विज्ञापन में सीएम धामी के अलावा तीनों अतिथियों के नाम के आगे सम्मानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया है। जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का ना तो इसमें नाम सही तरीके से लिखा गया है और ना ही उनके नाम के आगे श्री लिखा गया है।
किसने पास किया विज्ञापन, क्या ये नहीं है सीएम धामी का अपमान ?
इस विज्ञापन में राज्यपाल का नाम ले. ज. गुरमीत सिंह, सचिव का नाम डॉ. एस एस संधू, आचार्य बाल कृष्ण के नाम के आगे श्रद्धेय लिखा गया है। लेकिन सीएम धामी के नाम के आगे ना तो श्री लगाया गया है ना ही उनके नाम में सिंह को ठीक लिखा गया है।
यहां पर सवाल ये उठता है कि विज्ञापन को पास करने से पहले इसे चेक नहीं किया गया या फिर इसमें गलती होने के बाद भी किसने पास कर दिया। सबसे बड़ा सवाल यहां ये उठता है कि क्या ये मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का अपमान नहीं है ?