उत्तराखंड में डीएम ने भारत सरकार के स्वामित्व योजना के अंतर्गत किए जाने वाले कार्यों को समय पर पूर्ण करने के लिए क्या दिए दिशा निर्देश पढ़िए इस रिपोर्ट में

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भारत सरकार की स्वामित्व योजना के अन्तर्गत जनपद में आबादी सर्वेक्षण एवं अभिलेख संक्रिया का कार्य को समयान्तर्गत पूरा करने हेतु उप जिलाधिकारियों, तहसीलदार, नायब तहसीलदारों को जिलाधिकारी श्री विनीत तोमर ने जिला सभागार में आयोजित बैठक में आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने समय-सारणी के अनुसार सहायक अभिलेख अधिकारियों के स्तर पर सर्वेक्षण संबंधी ग्रामों के अद्यतन राजस्व अभिलेखें की तहसील स्तर पर शीघ्र अपडेट करने के निर्देश दिये। उन्होंने ग्राम पंचायतों की बैठकों हेतु नोटिस निर्गत करने, ग्राम सभाओं की बैठकों का आयोजन कर योजना के संबंध मंे ग्रामीणों को प्रशिक्षित करने, ग्रामीण आबादी के अन्तर्गत आने वाली सम्पत्तियों का चूना डालकर चिन्हांकन करने, आधुनिक तकनीक (ड्रोन) से सर्वेक्षण तिथि की सूचना ग्राम वासियों को देने आदि प्रक्रियाओं को समयान्तर्गत पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने सहायक अभिलेख अधिकारियों/उपजिलाधिकारियों को सर्वेक्षण वाले राजस्व ग्रामों के सर्वेक्षण हेतु सर्वेक्षण टीमों का गठन करने के निर्देश दिये। उन्होंने सर्वेक्षण संबंधी समस्त गतिविधियों को करने और उनकी साप्ताहिक और मासिक प्रगति से अवगत कराने के निर्देश दिये। उसके बाद जिलाधिकारी ने चलायी जा रही वातसल्य योजना की भी समीक्षा की। समीक्षा के दौरान जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि कोविड के दौरान ऐसे अनाथ बच्चें जिनके माता-पिता या माता-पिता में से किसी एक की मृत्यु हुई चिन्हित किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि सभी अनाथ बच्चें जिनकों चिन्हित किया जा चुका है और जिन्हें चिन्हित किया जाना शेष है उनके सम्पूर्ण दस्तावेजों को शीघ्र पूर्ण कर उन्हें वातसल्य योजना से लाभान्ति करें।
बैठक में अपर जिलाधिकारी टीएस मर्ताेलिया, उप जिलाधिकारी चम्पावत अनिल गब्र्याल, टनकपुर हिमांशु कफल्टिया, जिला पंचायत राज अधिकारी सुरेश बैनी, जिला समाज कल्याण अधिकारी आरएस सामंत, तहसीलदार पूर्णागिरि डा. एलएम तिवारी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गोपाल दत्त पाण्डे, नायब तहसीलदार चम्पावत ज्योति धपवाल, लोहाघाट विजय गोस्वामी, पाटी सचिन कुमार, पूर्णागिरि पिंकी आर्या, सहायक भूलेख अधिकारी राम प्रसाद आर्या, आरके प्रदीप जुकरिया आदि उपस्थित थे।

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