
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास से अल्ट्रा मैराथन के प्रोमो रन का फ्लैग ऑफ किया। 2 नवंबर 2025 को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर व्यास घाटी के गूंजी गांव से इस ऐतिहासिक मैराथन का आयोजन किया जाएगा।
सीएम धामी ने प्रोमो रन को दिखाई हरी झंडी
सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष को खास बनाने के लिए आदि कैलाश मैराथन आयोजित की जा रही है। 10,300 से 15,000 फीट की ऊंचाई पर होने वाली यह अल्ट्रा मैराथन न केवल साहसिक और शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि सीमांत क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास और पलायन की समस्या के समाधान में भी मील का पत्थर साबित होगी।
युवाओं को मिलेगा स्थायी रोजगार का मौका
सीएम धामी ने कहा कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा शुरू की गई “वाइब्रेंट विलेज योजना” को गति देने में भी यह आयोजन कारगर भूमिका निभाएगा। सीएम ने स्पष्ट किया कि यह मैराथन खेल प्रतियोगिता से कहीं बढ़कर है। यह सीमांत इलाकों के लोगों को सम्मान और पहचान दिलाने के साथ-साथ होम-स्टे और पर्यटन क्षेत्र में स्थायी रोजगार के नए अवसर खोलेगी।
विजेताओं को मुख्य मैराथन में मिलेगी एंट्री
पर्यटन सचिव धीराज गर्ब्याल ने बताया कि 10 किमी की इस प्रतियोगिता के शीर्ष तीन विजेताओं को 2 नवंबर को गुंजी, पिथौरागढ़ में होने वाली मुख्य मैराथन में सीधा मौका मिलेगा। इस आयोजन की पांच श्रेणियां होंगी – 60 किमी अल्ट्रा रन, 42 किमी फुल मैराथन, 21 किमी हाफ मैराथन, 10 किमी रन और 5 किमी रन। इनमें देशभर के एथलीट हिस्सा लेंगे। सचिव ने जानकारी दी कि इस मैराथन के बाद जून 2026 में माणा-नीति क्षेत्र में अगली मैराथन प्रस्तावित है, जिसमें विजेताओं के लिए कुल 50 लाख रुपये की पुरस्कार राशि रखी जाएगी।