दिल्ली में पांच महीने पहले 26 साल की एक लड़की श्रद्धा की हत्या हुई थी. वह आफताब नाम के एक लड़के के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थीं. श्रद्धा की हत्या और शव को गायब कर आफताब फरार था लेकिन अब वह पुलिस की गिरफ्त में है. पुलिस उसके खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है और श्रद्धा के शव की तलाश की जा रही है. बताया जा रहा है कि आफताब ने श्रद्धा की हत्या के बाद उसके शव के 35 टुकड़े किए थे. इन टुकड़ों को आफताब ने दिल्ली की अलग-अलग जगहों पर ठिकाने लगा दिए थे. श्रद्धा के पिता विकास मदान वाकर ने 8 नवंबर को दिल्ली के महरौली थाने में अपनी बेटी के अपहरण की एफआईआर दर्ज करवाई थी.
कैसे हुई थी श्रद्धा और आफताब की दोस्ती ?
श्रद्धा मुंबई की एक मल्टीनेशनल कंपनी में कॉल सेंटर में काम करती थी. आफताब अमीन भी वहीं काम करता था. दोनों की दोस्ती हुई फिर धीरे-धीरे दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे. कुछ समय बाद इन्होंने लिव-इन में रहने का फैसला लिया. घरवालों को इस बारे में पता चला तो वे विरोध करने लगे. घरवालों की नाराजगी के बाद दोनों मुंबई छोड़ दिल्ली में महरौली के छतरपुर इलाके में रहने लगे. इसी बीच श्रद्धा का फोन नंबर बंद हो गया. महाराष्ट्र के पालघर में रह रहा उनका परिवार परेशान हो गया.
जब बेटी से बात नहीं हो पाई तो वे 8 नवंबर को छतरपुर में श्रद्धा के फ्लैट पर पहुंचा. वहां उन्हें ताला लटका मिला. इस पर उन्होंने पुलिस थाने पहुंचकर शिकायत गर्ज करवाई और इसी पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 12 नवंबर को आफताब को पकड़ लिया.
पुलिस ने बताया कि आफताब का कहना है कि श्रद्धा अक्सर शादी को लेकर उसपर दबाव बनाती थी. शादी को लेकर दोनों में कई बार झगड़ा होता था. 18 मई को झगड़े के बाद आफताब के सिर पर ऐसा खून सवार हुआ कि उसने गला घोंटकर श्रद्धा की हत्या कर दी. उसने शव को कई टुकड़ों में काटा और दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया. उसने पुलिस के सामने यह बात कबूल की कि वह 18 दिन तक श्रद्धा के शव के टुकड़ों को अलग-अलग जगहों पर फेंका. इस शव को संभालने के लिए उसने एक बड़ा फ्रिज भी लिया हुआ था.