तीर्थनगरी प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ (Mahakumbh 2025 ) के तीसरे दिन भी लोगों की भीड़ देखने को मिली। कंपकंपाती ठंड के बीच लोगों ने तीसरे दिन यानी बुधवार को भी पवित्र नदी में आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान जय गंगा मैया’ और ‘हर हर महादेव’ के जयकारे भी श्रद्धालुओं ने लगाए। इसके साथ ही आज से लोगों के लिए महाकुंभ अनुभूति केंद्र भी खोला जा चुका है।
तीसरे दिन भी लोगों ने संगम में लगाई डुबकी
प्रशासन की तरफ से भी श्रद्धालुओं के लिए उचित व्यवस्था की गई है। इससे पहले बीते दिन यानी मंगलवार को अखाड़ों के संतों ने और श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के पावन अवसर पर अमृत सन्नान किया। इस दिन करीब 3.5 करोड़ लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई। दो दिन में करीब 5.5 करोड़ लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई। आज भी लाखों लोगों ने पवित्र नहीं में स्नान किया।
साधु-संतों का प्रदर्शन
तीसरे दिन भी साधु-संतों की भीड़ देखने को मिली। साधुओं ने अपने पासंपरिक हथियारों के साथ प्रदर्शन कर लोगों को मोहित किया। तलवारबाजी से लेकर भालेबाजी और डमरू बजाने तक, संतों ने इन प्रदर्शन से सदियों पुरानी परंपराओं को जीवित रख रहे है। नागा साधु के अलावा महिला नागा संन्यासी की भी भारी भिड़ देखने को मिली।
आज से लोगो के लिए महाकुंभ अनुभूति केंद्र के लिए खुला
आज तीसरे दिन के साथ ही महाकुंभ में डिजिटल महाकुंभ अनुभूति केंद्र भी लोगों के लिए खोल दिया गया है। इसके लिए डिजिटल सेंटर बनाए गए है। जहां पर लोग महाकुंभ से जुड़ी पांच मिनट की फिल्म देख सकते है। म्यूजियम में कई तरह के चित्र मौजूद है जो महाकुंभ के इतिहास की जानकारी देते है। इसके लिए लोगों को 50 रुपए का टिकट लेना होगा। जिससे आप नई दुनिया की अनुभूति कर सकते हैं। इसमें लोगों को पौराणिक कहानियों का डिजिटल चित्रण देखने को मिलेगा