केदारघाटी में रेस्क्यू अभियान का प्रथम चरण पूरा हो गया है. केदारनाथ में अपनी इच्छा से रुके 78 लोगों को एमआई-17 के जरिये रविवार को गुप्तकाशी पहुंचाया गया. जिनमें स्थानीय दुकानदार, साधु-संत, घोड़ा-खच्चर चालक शामिल थे. बता दें रेस्क्यू किए लोगों में से 13 लोग बीमार भी थे.
एमआई-17 केदारनाथ से रेस्क्यू पूरा कर वापस दिल्ली लौट गया है. इसके अलावा चिनूक हेलीकॉप्टर को केदारनाथ में कुछ भारी मशीनों को पहुंचाने के लिए अभी रोका गया है. जैसे ही मौसम खुलेगा बड़ी मशीनों को पहुंचाकर चिनूक को भी रवाना कर दिया जाएगा. सीएम धामी ने रेस्क्यू अभियान में सहयोग के लिए पीएम मोदी और गृह मंत्री का आभार व्यक्त किया है.
15 हजार से अधिक लोगों को किया रेस्क्यू
बता दें केदारघाटी में 31 जुलाई को अतिवृष्टि के बाद विभिन्न स्थानों से यात्रियों और स्थानीय लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए चलाए गए अभियान में सराहनीय योगदान देने के लिए मुख्यमंत्री ने विभिन्न एजेंसियों का आभार जताया है. अपने संदेश में उन्होंने कहा कि इस रेस्क्यू अभियान में 15 हजार से भी अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया.
सीएम ने किया सेना समेत स्थानीय प्रशासन का आभार
सीएम ने कहा मुश्किल वक्त और विपरीत परिस्थितियों में भारतीय वायु सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, जिला प्रशासन, पुलिस, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई विभागों ने सराहनीय कार्य कर हजारों लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया. सीएम ने मंदिर समिति, व्यापार मंडल, स्थानीय दुकानदारों और स्थानीय निवासियों द्वारा प्रदान किए गए सहयोग के लिए उनका आभार प्रकट किया.
क्षतिग्रस्त मार्गों को दुरुस्त करने का कार्य जारी
बताते चलें कि केदारनाथ पैदल मार्ग में 31 जुलाई को अतिवृष्टि के चलते क्षतिग्रस्त अधिकांश रास्तों को पैदल चलने योग्य बना दिया गया है. विभिन्न स्थानों पर 29 मार्ग क्षतिग्रस्त हुए थे, जिनमें से 25 रास्तों को यात्रियों के पैदल आवागमन के लिए सुचारू कर दिया गया है. शेष मार्गों को दुरुस्त करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है.